जकार्ता। विश्व बैंक ने भूकंप से प्रभावित इंडोनेशिया के लोम्बोक और सुलावेसी इलाकों में राहत और पुनर्निर्माण प्रयासों में मदद के लिए 1 अरब अमेरिकी डॉलर के ऋण की रविवार को पेशकश की। यह ऋण लंबी अवधि में चुकाया जा सकेगा।
इंडोनेशिया में भूकंप और इसके बाद सुनामी के कहर से करीब 2,000 लोग मारे जा चुके हैं और कई लाख लोग विस्थापित हुए हैं। इसके अलावा कई हजार लोग लापता बताए जाते हैं।
इंडोनेशिया सरकार के अनुरोध पर विश्व बैंक ने इस सहायता की पेशकश की है। यह सहायता पुनर्निर्माण और समुदाय नेतृत्व आधारित गतिविधियों के लिए दी जाएगी और इसमें तकनीकी सहायता भी शामिल है।
बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टैलिना जॉर्जिएवा ने कहा कि शुक्रवार को मैंने सुलावेसी में उपराष्ट्रपति काल्ला के साथ पालू शहर का दौरा किया। प्रभावित इलाकों में विनाश को देखना और प्रभावित लोगों की आपबीती को सुनना काफी दुखद था।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से तात्कालिक राहत के प्रयास सशक्त एवं प्रभावकारी थे। चूंकि हम पुनर्निर्माण चरण में प्रवेश कर रहे हैं और इंडोनेशिया के लिए 1 अरब डॉलर का व्यापक सहायता पैकेज उपलब्ध करा रहे हैं। विश्व बैंक पैकेज में सबसे गरीब 1,50,000 प्रभावित परिवारों को 6 महीने से 1 वर्ष की अवधि के लिए नकदी हस्तांतरण शामिल होगी।
विश्व बैंक द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मौजूदा सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों का यह विस्तार स्थानीय अर्थव्यवस्था और रोजगार के वसूली चरण के दौरान मानव पूंजी को दीर्घकालिक क्षति से बचने के लिए तैयार किया गया है।
विश्व बैंक के प्रयासों की सराहना करते हुए इंडोनेशिया के वित्तमंत्री मुल्याणी इन्द्रवती ने कहा कि सरकार विश्व बैंक समूह समेत आवश्यकता के समय अंतरराष्ट्रीय समुदाय के ध्यान और समर्थन की सराहना करती है। प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के जीवन और आजीविका को बहाल करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इंडोनेशिया में भूकंप और सुनामी के कारण करीब 53 करोड़ 10 लाख डॉलर के आर्थिक नुकसान होने का अनुमान है। (वार्ता)