सोल। दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने अब तक सबसे बड़ा वार्षिक संयुक्त हवाई सैन्य अभ्यास की सोमवार को शुरुआत की। उत्तर कोरिया ने एक सप्ताह पहले कहा था कि उसने अपने परमाणु कार्यक्रम के तहत सबसे उन्नत किस्म की मिसाइल का परीक्षण किया है जिसके बाद दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने मिलकर यह कदम उठाया।
अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सैन्य अभ्यास को 'विजिलेंट एसी' नाम दिया गया, जो शुक्रवार तक चलेगा। इस अभ्यास के तहत तैनात किए गए 230 लड़ाकू विमानों में 6 एफ-22 रेप्टॉर लड़ाकू विमान भी शामिल हैं।
दक्षिण कोरिया में अमेरिकी वायुसेना के प्रवक्ता ने बताया कि अभ्यास में एफ-35 लड़ाकू विमानों को भी शामिल किया गया है। इसके साथ ही अमेरिकी वायुसेना और नौसेना के करीब 12,000 सैनिक संयुक्त अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं।
दक्षिण कोरियाई मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक अभ्यास में बी-1बी लांसर बमवर्षक विमानों को भी शामिल किया जा सकता है, हालांकि अमेरिकी वायुसेना के प्रवक्ता ने इन रिपोर्टों को खारिज किया है।
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने इस अभ्यास को लेकर चेतावनी जारी की थी और इसे तुरंत रोकने को भी कहा था। इस बीच उत्तर कोरिया द्वारा सबसे उन्नत मिसाइल के परीक्षण के बाद फिर से विश्वव्यापी तनाव उत्पन्न हो गया।
अभ्यास का आयोजन उत्तर कोरिया द्वारा किए गए सबसे उन्नत किस्म के मिसाइल के प्रक्षेपण के एक सप्ताह बाद किया गया है। उत्तर कोरिया ने तमाम अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों और निंदा को धता बताते हुए इस परीक्षण को अंजाम दिया था।
उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर तनाव फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि संयुक्त सैन्य अभ्यास कोरियाई द्वीप में फैली आग को और भड़काएगा।
देश के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन पर उत्तर कोरिया की कमेटी ने कल ट्रंप को 'पागल' करार देते हुए कहा कि संयुक्त अभ्यास पहले से संकट झेल रहे कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु युद्ध के कगार पर ला खड़ा करेगा। उत्तर कोरिया प्राय: अपनी सरकारी मीडिया का इस्तेमाल अमेरिका और इसके सहयोगियों को चेतावनी जारी करने में करता रहता है। (वार्ता)