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कौन हैं जेफ बेजोस की जगह लेने वाले अमेजन के नए सीईओ एंडी जेस्‍सी?

कौन हैं जेफ बेजोस की जगह लेने वाले अमेजन के नए सीईओ एंडी जेस्‍सी?

नवीन रांगियाल

, सोमवार, 8 फ़रवरी 2021 (12:59 IST)
अमेजन के सीईओ के तौर पर अब तक जेफ बेजोस की पहचान रही है, लेकिन अब उनकी जगह एंडी जेस्‍सी अमेजन के नए सीईओ होंगे। आइऐ जानते हैं कौन हैं एंडी जेस्‍सी और वे किसलिए जाने जाते हैं।

अमेजन में अपने सफर की शुरुआत के बारे में बताते हुए जेस्सी ने एक इंटरव्यू में कहा था,

‘मैंने मई, 1997 के पहले शुक्रवार को हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के आखिरी एग्जाम्स दिए और अगले शुक्रवार से अमेजन के साथ जुड़ गया। मुझे नहीं पता था कि मेरा काम क्या होगा और मेरा पद क्या रहने वाला है’

अमेजन के संस्थापक और सीईओ जेफ बेजोस ने इस साल अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। उनके बाद कंपनी का क्लाउड कंप्यूटिंग बिजनेस संभाल रहे एंडी जेस्सी अगले सीईओ होंगे।

हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए करने वाले 53 वर्षीय जेस्सी ने 1997 में अमेजन के साथ काम शुरू किया था। जेस्सी को बीते दशक में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोगों में शामिल किया जाता है।

संगीत और खेल में शौक रखने वाले जेस्सी की शादी ईलाना रोशेल से हुई हैं और उनके दो बच्चे हैं। न्यूयॉर्क में पले-बढ़े जेस्सी ने अमेजन में अपने करियर की शुरुआत बेजोस के फर्स्ट टेक्निकल एजवाइजर के तौर पर की थी। उनका काम बेजोस के साथ बैठकों में भाग लेना और अलग-अलग मुद्दों पर सलाह देना था।

बेजोस और जेस्सी के साथ काम कर चुके लोगों का कहना है कि दोनों में कई समानताएं हैं। दोनों ही उन प्रोजेक्ट्स को बेहद निचले स्तर तक मॉनीटर करते हैं, जो उनके दिल के करीब होते हैं।

साल 2006 में जेस्सी ने अमेजन वेब सर्विस की शुरुआत की। यह कंपनी का क्लाउड सर्विस प्लेटफॉर्म है, जिसे दुनियाभर के लाखों कारोबार इस्तेमाल करते हैं। इसका मुकाबला माइक्रोसॉफ्ट के अज्योर और अल्फाबेट के गूगल क्लाउड से है।

जेस्सी की कमान सौंपने की घोषणा करते वक्त बेजोसे ने कहा था कि कंपनी में उन्हें हर कोई जानता है। वह लंबे समय से कंपनी के साथ काम कर रहे हैं और भरोसा है कि वह बेहतरीन लीडर साबित होंगे।

जेस्सी ने कई मौकों पर सामाजिक मुद्दों पर भी राय रखी है। वो कई बार समलैंगिक अधिकारों और पुलिस सुधारों की बात कर चुके हैं। वो एक ऐसे संगठन के साथ भी जुड़े हुए हैं, जो गरीब बच्चों को बड़े कॉलेजों में पढ़ाने के लिए मदद करता है।

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