Mhow News : मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के महू वन क्षेत्र में बाघ की दहशत के बीच, शिक्षा विभाग ने 14 गांवों में इस जंगली जानवर से विद्यार्थियों और शिक्षकों की सुरक्षा के लिए विद्यालयों का समय बदल दिया है।
महू क्षेत्र में चार दिन पहले 60 वर्षीय बुजुर्ग को निवाला बनाने वाले बाघ का वन विभाग के सघन खोज अभियान के बावजूद अब तक कोई पता नहीं चल सका है।
जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) मंगलेश कुमार व्यास ने बताया कि महू वन क्षेत्र में बाघ द्वारा हाल ही में एक बुजुर्ग का शिकार किए जाने के मद्देनजर उन्होंने निर्देश दिए हैं कि 14 गांवों के सरकारी विद्यालयों को सुबह 10:30 बजे से पहले और शाम 4:00 बजे के बाद संचालित नहीं किया जाए।
उन्होंने बताया कि पहले इन विद्यालयों को सुबह 07:30 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच चलाया जा रहा था जहां करीब 1,400 ग्रामीण विद्यार्थी पढ़ते हैं।
व्यास ने वन विभाग के अधिकारियों से हुई चर्चा के हवाले से बताया कि बाघ को पहाड़ियों से घिरे महू वन क्षेत्र के 14 गांवों के आस-पास सुबह और शाम के वक्त घूमते देखा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि बाघ ने इस वन क्षेत्र में 18 जून की सुबह मलेंडी गांव में रहने वाले सुंदरलाल (60) को अपना निवाला बना लिया था, जब वह मवेशी चराने गए थे। उन्होंने बताया कि वन विभाग को जंगल में बुजुर्ग का आधा खाया हुआ शव और इसके पास बाघ के पग चिन्ह मिले थे।
इंदौर के वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) नरेंद्र पंडवा ने बताया कि वन कर्मियों के अलग-अलग दलों द्वारा बाघ को ढूंढकर बचाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन इस जंगली जानवर का अब तक कोई पता नहीं चल सका है। उन्होंने कहा कि बाघ संभवतः जंगल के अंदरूनी हिस्से में चला गया है।
डीएफओ ने बताया, बाघ की हलचल वाले मलेंडी गांव के पास एक मादा तेंदुआ अपने तीन शावकों के साथ देखी गई है। जंगली जानवरों की हलचल के मद्देनजर हम ग्रामीणों को लगातार आगाह कर रहे हैं। (भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta