Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

इतिहास रचने वाली इंदौर की गुरदीप को 10000 रुपए की प्रोत्साहन राशि

Webdunia
शुक्रवार, 26 मई 2023 (20:36 IST)
Indore Gurdeep created history in 10th Board:  कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंची मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं कक्षा की परीक्षा में इतिहास रचने वाली मूक, बधिर और दृष्टि दिव्यांग गुरदीप का हौसला बढ़ाया। इस बालिका ने 10वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर साबित कर दिया है कि वह किसी से कम नहीं है।
 
गुरदीप देश की पहली ऐसी बधिरांध है, जो मूक, बधिर और दृष्टि बाधित होकर 10वीं बोर्ड की परीक्षा उत्तीर्ण की है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने इस इतिहास रचने वाली बालिका गुरदीप को 10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी। कलेक्टर इलैयाराजा ने इस बालिका से चर्चा कर अनुभव भी सुने।
 
उन्होंने बालिका को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आगे की पढ़ाई में जरूरत होने पर हर संभव मदद दी जाएगी। इस बालिका द्वारा दी गई परीक्षा में लेखिका भी एक बधिर बालिका थी। गुरदीप की पढ़ाई के लिए अंग्रेजी की ब्रेल लिपी और अमेरिकन सांकेतिक भाषा के साथ ही स्पर्श लिपि का उपयोग किया गया था। आनंद सर्विस सोसायटी मूक बधिर संस्था के ज्ञानेंद्र पुरोहित और मोनिका पुरोहित भी इस दौरान मौजूद थे। गुरदीप बचपन से ही होनहार है। गुरदीप का शुरुआत से ही पढ़ाई के प्रति रुझान था।
Edited by: Vrijendra Singh jhala
 

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

Modi-Jinping Meeting : 5 साल बाद PM Modi-जिनपिंग मुलाकात, क्या LAC पर बन गई बात

जज साहब! पत्नी अश्लील वीडियो देखती है, मुझे हिजड़ा कहती है, फिर क्या आया कोर्ट का फैसला

कैसे देशभर में जान का दुश्मन बना Air Pollution का जहर, भारत में हर साल होती हैं इतनी मौतें!

नकली जज, नकली फैसले, 5 साल चली फर्जी कोर्ट, हड़पी 100 एकड़ जमीन, हे प्रभु, हे जगन्‍नाथ ये क्‍या हुआ?

लोगों को मिलेगी महंगाई से राहत, सरकार बेचेगी भारत ब्रांड के तहत सस्ती दाल

सभी देखें

नवीनतम

Karhal by election: मुलायम परिवार के 2 सदस्यों के बीच जोर आजमाइश, BJP ने भी घोषित किए प्रत्याशी

Traffic Infratech Expo : नितिन गडकरी ने सड़क सुरक्षा और AI के इस्तेमाल पर दिया जोर

कबाड़ से केंद्र सरकार बनी मालामाल, 12 लाख फाइलों को बेच कमाए 100 करोड़ रुपए

Yuvraj Singh की कैंसर से जुड़ी संस्था के पोस्टर पर क्यों शुरू हुआ बवाल, संतरा कहे जाने पर छिड़ा विवाद

उत्तराखंड स्थापना दिवस इस बार ‘रजतोत्सव’ के रूप में मनेगा

આગળનો લેખ
Show comments