केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) एयरपोर्ट, इंदौर में साइबर सेक्यूरिटी ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इस ट्रेनिंग सत्र के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्तर के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ व ट्रेनर प्रो. गौरव रावल थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सब इंस्पेक्टर दुर्गेश साहू ने मुख्य वक्ता प्रो. गौरव रावल का परिचय दिया। इस अवसर पर मनिंदर सिंह डेप्यूटी कमांडेंट केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), इंदौर ने वर्तमान साइबर परिदृश्य और संभावित खतरों के साथ सभा को संबोधित किया।
प्रो. रावल ने साइबर क्राइम और साइबर कानून के बारे में जानकारी दी, जिसमें कॉल स्पूफिंग के माध्यम से विशिंग धोखाधड़ी और ईमेल स्पूफिंग के माध्यम से फ़िशिंग हमले की तकनीक की जानकारी दी। उन्होंने फेसबुक, पासवर्ड सेक्यूर्टी जैसे सोशल मीडिया प्रोफाइल की व्यक्तिगत जानकारी का उपयोग करके पहचान की चोरी के बारे में सभी को बताया।
उन्होंने अपने ट्रेनिंग सत्र में कहा कि साइबर स्पेस में सेक्यूरिटी और प्रायवेसी का हमेशा ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि संदिग्ध अटैचमेंट या फ़िशिंग लिंक वाले अज्ञात स्रोतों से मिले ईमेल को खोलने से बचें और अजनबियों के साथ फोटो, आधार कार्ड की कॉपी जैसे केवाईसी दस्तावेजों की प्रतियां साझा न करें।
प्रो. गौरव रावल ने ईमेल में सुरक्षित पासवर्ड आदि की सुरक्षा को पोर्टल पर जाकर चेक करना सिखाया, साथ ही लॉगिन पासवर्ड में अल्फ़ान्यूमेरिक, विशेष वर्ण, अपर लोअर केस और न्यूनतम 11 वर्णों के संयोजन का उपयोग करने और हर तीसरे महीने पासवर्ड बदलने का सुझाव दिया।
उन्होंने फोन गुम होने या चोरी हो जाने पर CEIR पोर्टल पर जाकर फोन ब्लॉक करने की प्रेक्टिकल ट्रेनिंग दी। उन्होंने साइबर धोखाधड़ी होने पर उसकी रिपोर्ट ऑनलाइन साइबर हेल्पलाइन पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर क्राइम ब्रांच व स्थानीय पुलिस स्टेशन (ज़ोन) में करने को कहा और कैसे रिपोर्ट करें के बारे में बताया।
इस ट्रेनिंग सत्र में रिसर्व इंस्पेक्टर एके सिंह, इंस्पेक्टर अनवर हुसैन, सब इंस्पेक्टर यशपाल सिंह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) सहित लगभग 30 कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और साइबर दुनिया के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। प्रतिभागियों ने आज के दौर में हो रहे साइबर अपराध के खिलाफ जानकारी और सतर्कता प्राप्त की और साइबर दुनिया के बारे में अपने प्रश्नों को दूर किया।