president election 2022: पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में अपनी दावेदारी को लेकर लगाई जा रही अटकलों को विराम लगाते हुए सोमवार को स्पष्ट कहा कि वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं। राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 18 जुलाई को होगा और मतगणना 21 जुलाई को होगी। हालांकि बिहार में भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
कुमार ने यहां अपने साप्ताहिक जनसंपर्क कार्यक्रम के इतर कहा कि मैं देश का अगला राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल नहीं हूं और ना ही मैं कहीं जा रहा हूं। इस प्रकार की खबरें निराधार हैं और केवल अटकलें हैं।
इस पद के लिए नीतीश कुमार के योग्य उम्मीदवार होने संबंधी बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के बयान के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि मैं दोहराता हूं कि मैं देश का अगला राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल नहीं हूं।
राष्ट्रपति पद के चुनाव कार्यक्रम की 9 जून को घोषणा के तत्काल बाद जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता श्रवण कुमार ने कहा था कि नीतीश कुमार में राष्ट्रपति बनने के लिए आवश्यक सभी योग्यताएं हैं।
उन्होंने कहा था कि बिहार निवासी होने के नाते, मेरी इच्छा है कि नीतीश कुमार भारत के राष्ट्रपति बनें और हालांकि वह इस दौड़ में शामिल नहीं हैं, लेकिन हर व्यक्ति चाहता है कि वह देश के राष्ट्रपति बनें।
कुमार के राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने की बात सबसे पहले महाराष्ट्र के नेता नवाब मलिक ने फरवरी में की थी। उन्होंने कहा था कि यदि नीतीश कुमार भाजपा से नाता तोड़ देते हैं, तो शरद पवार के नेतृत्व वाली उनकी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) राष्ट्रपति पद के चुनाव में उनका समर्थन करने के लिए तैयार है।
कुमार ने कहा कि हाल में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान धन के कथित इस्तेमाल और अन्य भ्रष्ट कार्यों का कोई मामला बिहार में सामने नहीं आया। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में ऐसे मामले सामने आए हैं, उन्हें बिहार से सीख लेनी चाहिए। (भाषा)