Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

Vasant Panchami Recipes : इन खास 6 वासंती डिशेज से मनाएं वसंत पंचमी का पर्व, नोट करें रेसिपीज

Vasant Panchami Recipes : इन खास 6 वासंती डिशेज से मनाएं वसंत पंचमी का पर्व, नोट करें रेसिपीज
Basant Panchami 2023 : 26 जनवरी को वसंत पंचमी है। वसंत पंचमी के दिन पीले रंगों के उपयोग का बहुत महत्व है, इसीलिए इस दिन खाद्य सामग्री में भी पीले रंग के व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाती है, तथा पीले पदार्थों में पाए जाने वाले विटामिन ई हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माना जाता है। इस दिन देवी सरस्वती को भी पीले व्यंजनों का भोग लगाकर प्रसन्न किया जाता है।

आइए जानते हैं वसंत पंचमी पर खास तौर पर बनाई जाने वाली 6 विशेष डिशेज के बारे में-Vasant Panchami Food Dishes 
 
1. केसरिया वासंती खीर-Kesariya Kheer
 
सामग्री : 1 लीटर दूध, 2 बड़े चम्मच शकर, 1 चम्मच छोटा जायफल (घिसा हुआ), 1 कटोरी सूखे मेवे की बतरन, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर, 8-10 केसर के लच्छे। 
 
विधि : सबसे पहले दूध को भारी पेंदे के बर्तन में लेकर, छानकर धीमी आंच पर दानेदार होने तक पकाएं। अब इसमें शकर व ड्रायफ्रूट्‍स (सूखे मेवे कटे) डालकर गाढ़ी होने तक अच्छे से पकाएं। फिर जायफल व इलायची पाउडर डालें और 1-2 मिनट और पकाएं। अब केसर को दूध में घोटें और खीर में मिलाकर कुछ देर उबालें। शाही मेवों से बनी वासंती खीर से पर्व का आनंद लें।

2. बासुंदी-basundi
 
सामग्री : 5 संतरे, 2 लीटर दूध, 250 ग्राम शकर, 1/4 चम्मच इलायची पाउडर, केसर के लच्छे, मेवा कतरन इच्छानुसार। 
 
विधि : संतरे की बासुंदी बनाने के लिए सर्वप्रथम दूध को गर्म कर लें, फिर शकर डालकर गाढ़ा होने तक अच्छी तरह उबाल लें। तब तक उबालें जब तक दूध आधा न रह जाएं। फिर आंच से उतार लें। ठंडा होने पर फ्रिज में रख दें। अब 3 संतरे का रस निकाल लें और 2 संतरे को छीलकर कली अलग-अलग करें और फ्रिज में रख दें। दूध ठंडा होने पर संतरे का रस व कली उसमें मिला लें, फिर इलायची पाउडर डालें, केसर घोंटकर डालें। अब मेवे की कतरन बुरकाएं और गुजरात के इस लोकप्रिय व्यंजन का देवी सरस्वती को भोग लगाएं।

3. लाजवाब केसरिया राइस-Kesari Bhat   
 
सामग्री : 250 ग्राम बासमती चावल, 1 चम्मच दूध, 1 कप शकर, 1 चम्मच इलायची पाउडर, 4-5 लौंग व केसर के लच्छे, चुटकी भर मीठा पीला रंग, 1 चम्मच घी, पाव कप मेवों की कतरन।
 
विधि : सबसे पहले चावल को उबाल कर ठंडे करके अलग रख लें। अब एक पैन में घी गरम करके लौंग, इलायची एवं मीठा रंग डालें। तत्पश्चात उबले चावल डालकर दो-तीन मिनट तक चलाएं। फिर इसमें शकर डालकर मिलाएं। पूरी तरह शकर घुलने पर उसमें दूध में घुली केसर एवं कटे मेवे डालकर हिलाएं। तैयार गरमा-गरम लाजवाब केसरिया वासंती राइस पेश करें।

4. कुरकुरी वासंती पूरी-Recipes To Celebrate Basant Panchami
 
सामग्री :
1 कटोरी गेहूं का आटा, 1 बड़ा चम्मच बेसन, आधा चम्मच नमक, आधा चम्मच अजवाइन, पाव चम्मच हल्दी, तेल (तलने के लिए)।
 
विधि :
सर्वप्रथम गेहूं के आटे को छानकर उसमें तेल को छोड़ कर बाकी सभी सामग्री डालकर कड़ा आटा गूंथ लें। अब 15-20 मिनट कपड़े से ढंक कर रख दें। एक कड़ाही में तेल गरम करके धीमी आंच पर कुरकुरी पूरियां (Vasanti Puri) तल लें। अब गरमा-गरम पूरी को अचार या चटनी के साथ पेश करें। 

5. केसरी पेड़ा-Kesari Peda
 
सामग्री : 250 ग्राम मावा, 1 कप शकर का बूरा, आधा कप दूध, 10-15 केसर के लच्छे, आधा चम्मच इलायची पाउडर और डेकोरेशन के लिए काजू-बादाम की कतरन।
 
विधि : सबसे पहले केसर के लच्छों को दूध में भिगो दें। अब मावे को माइक्रोवेव में एक मिनट के लिए गर्म करें। फिर इसे अच्छी तरह हिलाएं। अब इसके ऊपर केसर मिला दूध डालें और एक मिनट के लिए गर्म करें। माइक्रोवेव से निकालकर मिश्रण को हिलाएं। ऐसा फिर से एक-एक मिनट के अंतराल में करें। 
 
जब यह मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो इसे माइकोवेव से बाहर निकाल दें और ठंडा होने दें। अब इसमें शकर का बूरा और इलायची पाउडर डालें। अच्छी तरह मिलाएं और हथेली पर घी लगाकर इसके छोटे-छोटे आकार के पेड़े (Kesari Peda) बना लें और ऊपर से अपनी इच्छानुसार काजू-बादाम की कतरन से सजाकर मां सरस्वती (Sarswati Bhog) को नैवेद्य लगाएं। ध्यान रखें कि मिश्रण ठंडा होने पर शकर का बूरा ही डालें वर्ना पेड़े जल्दी खराब हो सकते है। 

6. केसरी हलवा-Kesari Halwa
 
सामग्री : 500 ग्राम कद्दू, 100 ग्राम मावा, 125 ग्राम शकर, 1 चम्मच इलायची पाउडर, पाव कप कटे मेवे, 1 चम्मच घी।
 
विधि : 
सबसे पहले कद्दू को छीलकर किस लें। अब एक कड़ाही में घी गरम करके कद्दू को भूनें और उसमें मावा और शकर डालकर पका लें। अब मेवे व पिसी इलायची डाल दें। लजीज कद्दू का केसरिया हलवा गरमा-गरम परोसें। 

webdunia
Vasant Panchami

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

भारत देश का बोध कराता है भारतीय पर्यटन