World Test Championship Final विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल WTC Final में 209 रनों की करारी हार के बाद भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज सलामी बल्लेबाज Sunil Gavaskar सुनील गावस्कार का बयान सोशल मीडिया पर ट्रेड करने लगा। गावस्कर Virat Kohli विराट कोहली और Cheteshwar Pujara चेतेश्वर पुजारा के खराब शॉट खेलकर आउट होने के तरीके से काफी खफा दिखे। उन्होंने मैन ऑफ द मैच ट्रेविस हेड को बाउंसर गेंद नहीं डालने की भी आलोचना की।
गावस्कर ने मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, "आज बल्लेबाजी चरमराई हुई थी। आज हमने जो देखा वह निराशाजनक था। खासकर जिस तरह के शॉट खेले गये। हमने कल पुजारा के बल्ले से एक साधारण सा शॉट देखा, हम ऐसे बल्लेबाज इस तरह के शॉट की उम्मीद नहीं करते। शायद उनके सिर में किसी ने स्ट्राइक रेट की बात डाल दी है। आप एक सत्र भी नहीं चले। आठ बल्लेबाज एक सत्र नहीं खेल सके? कमाल है।"
गावस्कर ने कोहली के विकेट पर कहा, "वह ऑफ स्टंप के बाहर खेला गया बहुत ही साधारण शॉट था। वह उससे पहले बाहर जाती हुई गेंद को छोड़ रहे थे। आप मुझसे पूछ रही हैं, आप कोहली से पूछिये कि उन्होंने कैसा शॉट खेला।
उन्होंने कहा, "शायद वह अर्द्धशतक तक पहुंचने के बारे में सोच रहे थे। जब आप एक बड़े स्कोर तक पहुंचने वाले होते हैं तो ऐसा होता है। जब जडेजा 48 रन पर थे तब उनके साथ ऐसा हुआ, रहाणे 46 पर थे तब उनके साथ हुआ। आप इतनी देर से सही खेल रहे थे, फिर अचानक क्या हुआ?"
भारत को मैच के आखिरी दिन 280 रन चाहिये थे और तीन विकेट गिरने के बाद टीम की उम्मीदें कोहली और रहाणे पर टिकी थीं। कोहली हालांकि 49 रन के स्कोर पर स्लिप में खड़े स्टीव स्मिथ को कैच थमा बैठे। गावस्कर से इस पर अपनी निराशा छुपाई नहीं गयी।
जब गावस्कर से कोहली के विकेट के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "वह एक खराब शॉट था। आप कोहली से पूछिये उन्होंने वह शॉट क्यों खेला। वह मैच जीतने के बारे में इतना कुछ कहते हैं। यह मैच जीतने के लिये आपको बड़े स्कोर की जरूरत थी। शतक की जरूरत थी। आप स्टंप्स से इतनी दूर जा रही गेंद खेलकर बड़ा स्कोर नहीं बना सकते।"
गावस्कर ने इससे पहले कमेंट्री करते हुए कहा था, "मेरा मानना है कि जब बल्लेबाजों को पता चलता है कि वे एक बड़े स्कोर के पास हैं तो वे कुछ करने की कोशिश करते हैं। हमने देखा कि जडेजा पहली पारी में वह 48 रन पर इतनी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने बाहर जाती हुई गेंद छेड़ी। यदि वह 48 रन पर नहीं होते तो शायद वह उस गेंद को खेलते भी नहीं। हमने कोहली को ऑफ स्टंप के बाहर एक गेंद का पीछा करते हुए देखा। उन्होंने पूरी पारी में इतना अनुशासन दिखाया फिर उन्होंने सोचा ओह! एक रन अर्द्धशतक तक पहुंचा सकता है। आपने गलत शॉट खेलने के लिये गलत गेंदों को चुना क्योंकि आप वहां पहुंचना चाहते थे। ऐसा अक्सर होता है।” यह डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारत की लगातार दूसरी हार है। इससे पहले भारत को 2021 में न्यूजीलैंड के हाथों हार मिली थी।
भारत ने 444 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए दिन की शुरुआत 164/3 के स्कोर से की, लेकिन जल्द ही कोहली (49) जडेजा (शून्य) और रहाणे (46) के विकेट गंवाते हुए पूरी टीम 63.3 ओवर में 234 रन पर ऑलआउट हो गयी।स्कॉट बोलैंड कोहली, जडेजा और शुभमन गिल सहित तीन बल्लेबाजों को आउट किया। नेथन लायन ने ऑस्ट्रेलिया के लिये सर्वाधिक चार विकेट लिये।