Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

हिन्दी कविता : अब मानव मन के काले हैं

शम्भू नाथ
हर नदियों का पानी धूमिल,
हर पवन वेग में छाले हैं। 
हर दिल में लालच बसी है,
अब मानव मन के काले हैं।।
मधुर वचन से डस लेते हैं,
पर कट जाते हैं राही के।
मैं समझ न पाया जीवन लय को,
मन पूछ रहा हमराही से।।
 
ऊंचे सिंहासन जो बैठे हैं, 
वे भी गुंडे पाले हैं। 
अब मानव मन के काले हैं... 
सभी देखें

जरुर पढ़ें

शिशु को ब्रेस्ट फीड कराते समय एक ब्रेस्ट से दूसरे पर कब करना चाहिए शिफ्ट?

प्रेग्नेंसी के दौरान पोहा खाने से सेहत को मिलेंगे ये 5 फायदे, जानिए गर्भवती महिलाओं के लिए कैसे फायदेमंद है पोहा

Health : इन 7 चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने से दूर होगी हॉर्मोनल इम्बैलेंस की समस्या

सर्दियों में नहाने से लगता है डर, ये हैं एब्लूटोफोबिया के लक्षण

घी में मिलाकर लगा लें ये 3 चीजें, छूमंतर हो जाएंगी चेहरे की झुर्रियां और फाइन लाइंस

सभी देखें

नवीनतम

सावधान! धीरे धीरे आपको मार रहे हैं ये 6 फूड्स, तुरंत जानें कैसे बचें

जीवन की ऊर्जा का मूल प्रवाह है आहार

Easy Feetcare at Home : एल्युमिनियम फॉयल को पैरों पर लपेटने का ये नुस्खा आपको चौंका देगा

जानिए नवजोत सिद्धू के पत्नी के कैंसर फ्री होने वाले दावे पर क्या बोले डाक्टर्स और एक्सपर्ट

इतना चटपटा चुटकुला आपने कभी नहीं पढ़ा होगा: इरादे बुलंद होने चाहिए

Show comments