Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

हरिवंश राय बच्चन की कविता- अग्नि पथ

Webdunia
harivansh rai bachchan
 
- हरिवंशराय बच्‍चन
 
अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!
 
वृक्ष हों भले खड़े, 
 
हो घने, हो बड़े, 
 
एक पत्र-छांह भी मांग मत, मांग मत, मांग मत! 
 
अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!
 
तू न थकेगा कभी! 
 
तू न थमेगा कभी!
 
तू न मुड़ेगा कभी!-कर शपथ! कर शपथ! कर शपथ!
 
यह महान दृश्‍य है- 
 
चल रहा मनुष्‍य है 
 
अश्रु-श्‍वेद-रक्‍त से लथपथ, लथपथ, लथपथ! 
 
अग्नि पथ! अग्नि पथ! अग्नि पथ!

ALSO READ: हरिवंश राय बच्चन की पुण्यतिथि पर पढ़ें उनकी अनूठी कविता

ALSO READ: हरिवंश राय बच्चन की चुनिंदा कविता- अग्नि पथ

सम्बंधित जानकारी

सभी देखें

जरुर पढ़ें

शिशु को ब्रेस्ट फीड कराते समय एक ब्रेस्ट से दूसरे पर कब करना चाहिए शिफ्ट?

प्रेग्नेंसी के दौरान पोहा खाने से सेहत को मिलेंगे ये 5 फायदे, जानिए गर्भवती महिलाओं के लिए कैसे फायदेमंद है पोहा

Health : इन 7 चीजों को अपनी डाइट में शामिल करने से दूर होगी हॉर्मोनल इम्बैलेंस की समस्या

सर्दियों में नहाने से लगता है डर, ये हैं एब्लूटोफोबिया के लक्षण

घी में मिलाकर लगा लें ये 3 चीजें, छूमंतर हो जाएंगी चेहरे की झुर्रियां और फाइन लाइंस

सभी देखें

नवीनतम

महाराष्ट्र में क्यों घटा पवार का पावर, क्या शिंदे हैं शिवसेना के असली वारिस?

विवाह के बाद गृह प्रवेश के दौरान नई दुल्हन पैर से क्यों गिराती है चावल से भरा कलश? जानिए क्या है इस रस्म के पीछे का कारण

क्या होता है ग्रे डिवोर्स जिसके जरिए ए आर रहमान और उनकी पत्नी सायरा बानो हुए अलग, कैसे है ये आम तलाक से अलग?

Sathya Sai Baba: सत्य साईं बाबा का जन्मदिन आज, पढ़ें रोचक जानकारी

सावधान! धीरे धीरे आपको मार रहे हैं ये 6 फूड्स, तुरंत जानें कैसे बचें

આગળનો લેખ
Show comments