एक बैठक में आठ कचोरी खाने का त्याग
पहली कचोरी ईश्वर का प्रसाद स्वरूप है।
दूसरी उनके लिए जिनको डॉक्टर ने खाने का मना बोला है।
तीसरी इंदौर के बाहर गए इंदौरी दोस्तों के नाम की !
चौथी कचोरी, इंदौर से बाहर के दोस्तों की
पांचवीं कचोरी पूर्वजों की याद में
छठवीं जो कचोरी खाने गए वो वाली!
सातवीं कचोरी सेंव चटनी में !
आठवीं कभी खाते खाते गिनती भूल गए उसकी !