इंदौरी आदमी टाईम-बेटाइम पोहे, भजिये,कचोरी,समोसे,आदि आदि खाकर बीमार पड़ता है।
फिर हॉस्पिटल के बेड पर बैठा बैठा संतरा, मौसम्बी और सेवफल खाता है।
और फिर उससे मिलने आने वाले उसके सगे-सम्बन्धी हॉस्पिटल के बाहर खड़े खड़े भजिये,कचोरी,समोसे,आदि आदि खाते हैं।
यही एक इंदौरी का जीवन चक्र है....