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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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मालवा के कोरोना की फनी चिट्ठी : आपका अपना हत्यारा कोरोना

मालवा के कोरोना की फनी चिट्ठी : आपका अपना हत्यारा कोरोना
भिया राम 
 
जब मै चायना में पैदा हुआ तो अंदाजा नी था के इत्ता फेमस होऊंगा..फिर मै भारत आया..खूब पला -बढ़ा..मजे आ गये..आपकी सरकार ने खूब रोका..पर आपके प्यार और सहयोग से आज मैं इस मुकाम पे हूं के मेरे नए नए मॉडल लॉन्च हो रिये हैँ..मै कहीं नी जा रिया..इत्ता प्यार तो पैदा करने वाले ने नी दिया..भले सारी दुनिया चिल्लाती फिरे "मास्क लगाओ,दूरी रखो, सेनेटाइज करो"
 
पर आप महान भारत के महान लोग..और उससे बी महान मालवा के लोग होन.. परनाम करता हूं आपको .... 
न मास्क लगाया..न दूरी रखी..ने ऐसे घुस घुसके पानी पूरी चाटी.. घूमने बी गये..डंडे खा लिए पर घर से निकले जरूर..WHO एक तरफ..मालवा के लोग एक तरफ
 
कोई कोरोना-वोरोना नी है रे  जब लिखी होएगी चले जाएंगे  सब सरकार का झूठ है ये पैसे खाने का खेल है
 भले ई तुमने लोग ने ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कमी से परिवार वाले खो दिये..पर लॉक डाउन मे बी सकने नी बैठे..सब्जी बी जुगाड़ी..केक बी ढूंढे..विमल ने सिगरेट तो खैर जरूरी थी तो रिस्क बी लाजमी थी.
नेता होन ने चुनाव बी करे..तुमने गुपचुप मे ब्याव बी करे.. 
 
1 लॉक डाउन खुला ने मुझे लगा मेरे तो पटिये उठ गये..पर तुम ऐसे उमड़े..ऐसे उमड़े..के मै निश्चिन्त..ने फिर आपकी कृपा से दूसरा लॉक डाउन हो गिया.. पर कब तक बंद रेता..इधर खुला..उधर मास्क या तो अलमारी में..या तुम्हारी नाक के नीचे..
 
एक बार मैं राजबाड़ा गया तो मेरे को लगा के मैं  कोरोना हूं पर मुझे ही कोरोना नी हो जाये..जीजी होन ऐसी चिपक-चिपकके निकल री थी..खैर ऊपर से आदेश आ जाए..खोलो..तो मेरे आंकड़े धड़धड नीचे..अरे भिया मैं खुद तिरिभिन्नाट के बुलेटिन में 000
 
 देख के हैरान..जबकि मै यहीं हूं..ने घूमते-फिरते बिना मास्क के ऊंगली भर भरके पतासी चाटती परियां बी दिख री..मास्क नीचे करके गुटका चबाते भिया होन बी दिख रिये..बिना मास्क के ठेले वाले से बिना मास्क लगाए धनिये की भचभच करती भाभी होन बी दिख री..फिर बी 00.... 
 
अभी 2 दिन से 3 जने आये पॉजिटिव..तब लगा के चलो आपका प्रेम अभी भी है मेरे पे..
ने भिया शपथ ले लो मेरे बड़े पापा जिन पिंग की..कई नी जा रिया मैं..आपका आशीर्वाद है..नए-नए मॉडल लाता रूंगा..आप बस ऐसे ही मुंहजोरी करते घूमते रो..लापरवाही करो..केस बढ़वाओ..लॉक डाउन करवाओ..बाजार बंद करवाओ..गरीब भूखे मरेगा..फिर सरकार को दोष देना..लॉक डाउन खोलने की मांग करना..fb पे ज्ञान पेलना..

लेकिन कसम है आपको अपने प्यारे कोरोना की..मास्क नाक के नीचे और डिस्टेंसिंग तो बस अभी रख रिये वो ही रखना (चिपके-चिपके वाली)..मैं  यकीन दिलाता हूं.कहीं नी जाऊंगा आपको छोड़ के...1,2,3,4,5 लॉक डाउन ने तरे-तरे के इंजेक्सन घुसवाते रो- आपका अपना हजारों प्यारों का हत्यारा कोरोना 

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