अब जब ठंड बढ़ रही है,
तो फिर स्नान के 4 प्रकार को कुछ इस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।
1. जल स्मरण स्नान- यह उच्च कोटि का स्नान है, इसको रजाई के अंदर रहते हुए पानी से नहाने को याद कर लो, नहाया हुआ माना जाएगा।
2. नल नमस्कार स्नान- इसमें आप नल को नमस्ते कर लें, स्नान माना जाएगा।
3. कंकड़ी स्नान- इस स्नान में पानी की बूंदों को अपने ऊपर छिड़कते हुए, मुंह धोया जा सकता है।
4. स्पर्शानुभूति स्नान- इस स्नान में नहाए हुए व्यक्ति को छूकर 'त्वं स्नानम्, मम् स्नानम्' कहने से स्नान माना जाएगा।
हा...हा...हा...
HAPPY WINTER