एक दिन भरी गर्मी में दोपहर के समय चिंटू,
अपने दोस्त पिंटू के घर पहुंचा और बोला...
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चिंटू (पिंटू से)- भाई, क्या कर रहा है तू?
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पिंटू- भाई, गर्मी को लेटर लिख रहा हूं...।
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चिंटू- क्या लिख रहा है?
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पिंटू- डियर गर्मी...,
हिम्मत है तो दिसंबर-जनवरी में आ...।