हिंदी दिवस पर पढ़िए स्वरचित कविता
क्या होती है भाषा की महत्वता
-रिया मोरे
शीर्षक- "कविता"
गर्मी में पूनम कि ठंडक
सर्दी में तप्ती कविता,
कर्म, योग,शोणित से सिंचित
धर दिव्य रूप चलती कविता ,
निर्मल चंचल मखमल कोमल
नेह का सागर है कविता ,
अटल अनल अविचल पल पल ही
प्रेम का गागर है कविता ,
सुंदरता श्रंगार सती का
कुमकुम बिंदी है कविता ,
मोहक हर इक बोली में पर
देह से हिंदी है कविता ,
आखर-आखर जोड़ती बनती
नेहरों का है जल कविता ,
संरचना दैविक भाषा की
पहरों का है हल कविता ,
शत्रु को छलनी कर देती
तप कि ज्वाला है कविता ,
भावों का सिंधु बन कर फिर
जप कि माला है कविता ,
रोला दोहा छंद सोरठा
झूमता सावन है कविता ,
वीणा के तानों कि धवनी
कितनी पावन है कविता ,