कई प्रयोगों में वेबदुनिया ने एक नया प्रयोग किया कि ई-वार्ता के माध्यम से। देश के पूर्व प्रधानमंत्री इंद्रकुमार गुजराल और जनता दल (यू) नेता और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान से भारत के लोगों की सीधी बात हिन्दी में कराई जाए।
इस विचार को वेबदुनिया ने 29 सितंबर 2000 को ई-वार्ता का आयोजन कर मूर्तरूप भी दे दिया। देशभर से हजारों लोगों ने दोनों से सीधे सवाल पूछे। यह बेहद रोमांचक था।
पहले सिर्फ पत्रकार ही सवाल पूछते थे, लेकिन यह कमाल का अनुभव था कि देश की आम जनता भी सीधे नेताओं से सवाल पूछ सकती थी। उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी से भी चैट के माध्यम से लोगों ने बात की।