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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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मखाने कैसे बनते हैं, जानिए प्रोसेस, सेहत के लिए क्यों जरूरी है सेवन

मखाने कैसे बनते हैं, जानिए प्रोसेस, सेहत के लिए क्यों जरूरी है सेवन
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राजश्री कासलीवाल

Makhana Introduction : मखाने (makhana) का सेवन करना अधिकतर लोगों की पसंदीदा चीजों में शामिल है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मखाने कैसे बनते हैं, कैसे उन्हें इकट्‍ठा करके कई प्रोसेस से गुजरने के बाद यह स्वादिेष्ट मखाने हम तक पहुंचते हैं। इसे एक लो कैलोरी हेल्दी फूड भी माना जाता है।

इतना ही नहीं धार्मिक शास्त्रों के अनुसार कमल के फूल और मखाने को बहुत शुद्ध माना जाता है, क्योंकि यह धन की देवी लक्ष्मी जी को अतिप्रिय है। खास तौर पर मखाने की खीर बनाकर मां लक्ष्मी को अर्पित करने से घर में धन-धान्य के भंडार भर रहने की भी मान्यता है। 
 
अधिकतर भारत के बिहार में मखाना (makhana) उगाया जाता है। इसके अलावा ये जापान, रशिया और कोरिया के कुछ हिस्सों में भी उगाया जाता है या मिलता है। दरअसल, मखाना कमल के पौधे/ फूल से निकलता है और वही फूल हमें मखाना देता है। 
 
मखाने के बीजों को कैसे तैयार किया जाता है? जानिए यहां- Facts About Makhana 
 
मखाने के बीजों (lotus seed) को इकट्ठा करने के लिए सबसे पहले तालाब के अंदर गोता लगाकर या इन्हें बांस के जरिए पानी से बाहर निकाला जाता है, फिर बड़े-बड़े बर्तन में एकत्रित करके उन बीजों को लगातार हिलाते हैं और उसके ऊपर लगी गंदगी की साफ-सफाई करके उन्हें पानी से बार-बार धोया जाता है। फिर उसे चटाई पर सुखाया जाता है। उसके बाद लोहे की बड़ी-बड़ी कई छलनियों की सहायता से उनको साइज के हिसाब से अलग करके स्टोर किया जाता है। 
 
आइए अब जानते हैं फूल मखाना कैसे बनता है?-Process of Making  
 
मखाने के बीज जब पूरी तरह सूख जाते हैं तब उन्हें फ्राई करके उससे मखाने या फूल मखाना बनाए जाते हैं। इसको बनाने का कार्य उतना भी आसान नहीं है, जितना आप सोच रहे हैं, 
 
जी हां... मखाने के बीजों से फूल मखाना तैयार करने के लिए एक तय समय के अंदर ही यह सारा प्रोसेस पूर्ण करना होता है, वरना इनके खराब होने के चांसेस ज्यादा रहते हैं। इसके अलावा इन्हें फ्राई करने के बाद बांस के कंटेनर में स्टोर करते समय एक खास कपड़े से ढंककर रखा जाता है और तापमान सही रखने के लिए कंटेनर के आसपास गोबर का लेप किया जाता है।

कुछ घंटों के पश्चात उन्हें पुन: फ्राई करके पहले की प्रक्रिया दोहराई जाती है। अगर एक बार फ्राई करने में ही बीज फट गया तो उसमें से सफेद मखाना बाहर निकलता है। फिर उन्हें लकड़ी के तख्तों पर इकट्‍ठा किया जाता है। अंतत: कड़ी मेहनत के बाद स्वादिष्ट मखाना तैयार होता है। 
 
अब जानते हैं मखाने का सेवन सेहत के लिए क्यों है जरूरी?- Use of Makhana n health benefits 
 
मखाने को एक हल्के-फुल्के स्नैक्स के तौर पर शामिल किया जाता हैं, जो कि सूखे मेवों में गिना जाता है। मखाने में कैल्शियम, एंटी-ऑक्सीडेंट, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड, फैट, मिनरल, फॉस्फोरस के अलावा भी कई पौष्टिक तत्व और आवश्यक गुण पाते हैं। 
 
अत: मखाने के सेवन से हम अनिद्रा, तनाव, हार्ट अटैक, मधुमेह, जोड़ों के दर्द, पाचन में गडबड़, झुर्रियां, कब्ज, किडनी आदि रोगों में फायदा देने वाले मखाने का सेवन करना लाभदायी माना जाता है। अत: आप नियमित इसे अपनी डाइट में शामिल करके सेहत के कई लाभ पा सकते हैं। 
 

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