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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
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किस फूड और वेजिटेबल्स में पाया जाता है 'विटामिन डी', क्या होगा इसे खाने से

किस फूड और वेजिटेबल्स में पाया जाता है 'विटामिन डी', क्या होगा इसे खाने से
शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर कई तरह की आम बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। जिसका ध्‍यान दैनिक कार्यों के साथ रखा जा सकता है। शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर आपको लगातार कमजोरी, थकान महसूस होती रहेगी। इसकी कमी होने पर जोड़, हड्डियों में दर्द, जमीन पर नहीं बैठ पाना, चढ़ाव उतरने-चढ़ने में समस्या होना। जैसी दिक्‍कत सामने आ सकती है। इतना ही नहीं अधिक कमी होने पर बाल भी झड़ने लगते हैं। लेकिन अपने आहार में विटामिन डी को शामिल कर इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं किन फल और सब्जियों में विटामिन डी पाया जाता है। 
 
1.संतरा - संतरे में विटामिन डी की प्रचुर मात्रा होती है। विटामिन डी जब शरीर में जाता है तो शरीर में तरावट आ जाती है। एनर्जी लेवल बढ़ जाता है।साथ ही इसमें पर्याप्‍त मात्रा में विटामिन सी, फोलेट और पोटेशियम मौजूद होता है। अगर आप दिन भर में एक गिलास संतरे का जूस पीते हैं तो वह आपके लिए पर्याप्‍त हैं। 
 
2. दूध - अक्सर दूध पीने में बहुत से लोग नाटक करते हैं यह डेयरी प्रोडक्‍ट है। लेकिन रोज एक गिलास दूध पीना चाहिए। इसमें मौजूद विटामिन डी और कैल्शियम भरपूर मात्रा में  है। एक गिलास दूध पीने से विटामिन डी की एक चौथाई भरपाई हो जाती है। 
 
3.मशरूम - मशरूम सूरज की रोशनी में उगते हैं। जिसमें उसकी अहम भूमिका रहती है। इसलिए भी मशरूम में विटामिन डी भरपूर मात्रा होता है। हां लेकिन ये बात ध्यान रखें कि मशरूम प्राकृतिक धूप में ही सुखाए गए हो। मशरूम में विटामिन डी के साथ विटामिन बी 1, बी 2, बी 5 भी मौजूद होता है। 
 
4. गाजर - गाजर में भी विटामिन डी की मात्रा होती हैं। रोज एक गिलास गाजर का जूस पीने से विटामिन डी की कमी पूरी की जा सकती है। गाजर का जूस पीने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है। 
 
5. दही - अपनी डाइट में दही को शामिल करना नहीं भूलें। जी हां, दही डेयरी प्रोडक्‍ट है। रोज एक प्‍लेट ताजा दही खाने से आपके हड्डियां मजबूत होगी, पाचन तंत्र भी मजबूत होगा। दही विटामिन डी का सबसे महत्‍वपूर्ण स्‍त्रोत हैं। 
 
विटामिन डी के फायदे 
 
- वजन कम करने में मदद मिलेगी।
- डिप्रेशन से मुक्ति होगी।
- दिल का खतरा कम होगा।
- हड्डियां मजबूत होगी।
-रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। 
 
 

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