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पीसीओएस क्या है? क्यों इतनी तेजी से बढ़ रहा है?

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- मोनिका पाण्डेय

हमारे देश में बहुत सारी ऐसी महिलाएं है जो पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से ग्रसित हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में प्रत्येक पांच में से एक महिला (PCOS) से ग्रसित हैं।

पहले के समय में यह समस्या 30 से 35 साल की महिलाओं में अधिक देखने को मिलती थी, लेकिन आज के समय में 18 से 25 साल की लड़कियों में पीसीओडी की समस्या आम हो गई है। यह एक हार्मोनल समस्या है, जो हमारी बिगड़ती हुई लाइफस्टाइल की देन है। 
 
इसके कारण कई तरह की हार्मोनल परेशानियां होती है। पीरियड्स अनियमित होने के साथ-साथ वजन भी काफी बढ़ जाता है। पीसीओडी इनफर्टिलिटी को बढ़ावा देती है, जिससे महिलाओं को कंसीव करने में समस्या आती है और यदि कंसीव हो जाए तो मिसकैरेज होने का खतरा बना रहता है। ऐसे बहुत से कारण है, जिसके बारे में हम आज के इस लेख में जानेगें- 
 
ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सतर्क- 
 
- पीरियड्स अनियमित होना
- वजन बढ़ना 
- पेल्विक पेन होना
- मुंहासे होना 
- शरीर पर या चेहरे पर बाल आना
 
डॉक्टर से परामर्श लें- 
 
कभी भी लक्षणों को देखकर उन्हें नजर अंदाज न करें और फौरन विशेषज्ञ से परामर्श लें। पीसीएस का संदेह होने पर विशेषज्ञ आपको सोनोग्राफी की सलाह देते हैं। जरूरत पड़ने पर ब्लड टेस्ट और कुछ हार्मोनल जांचें भी कराई जा सकती हैं। रिपोर्ट के आधार पर पीसीओडी की पुष्टि होती है और इलाज शुरू किया जाता है। 
 
बचाव के लिए क्या करें- 
 
इसके लिए हाई कोलोस्ट्रॉल, हाई फैट और हाई कार्बोहाइड्रेट डाइट लेने से बचें। नियमित एक्सरसाइज करें और समय से दवाएं लें। शराब और स्मोकिंग से दूर रहें।  जितना ज्यादा आप शारीरिक एक्टिविटी करेंगे और वजन को नियंत्रित रखेंगी, उतना ही आप इस समस्या को कंट्रोल कर पाएंगी। 
 
क्या है इस बीमारी की वजह- 
 
इस बीमारी की कोई एक मुख्य वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। लेकिन यह जरूर क्लियर है कि हमारे दैनिक जीवन का रहन-सहन और खानपान में गड़बड़ी होना इस बीमारी की एक वजह है।

बहुत सारे एक्सपर्ट्स का ऐसा मानना है कि हमारे जीवन में तेजी से बढ़ रहा तनाव और बदली हुई लाइफस्टाइल इस बीमारी के कारण बनते हैं। क्योंकि तनाव और लाइफस्टाइल बदलने के कारण हमारे शरीर की बायोलॉजिकल क्लॉक बिगड़ जाती है। इससे हम सिर्फ शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी बीमार होने लगते हैं।


अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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