क्या खाने के बाद दोपहर में सोना चाहिए?
should we sleep after lunch
गरमा-गर्म दाल चावल खाने के बाद नर्म बिस्तर पर सोने के अलग ही मज़े हैं। लंच करने के बाद अधिकतर लोगों को नींद आती है। फिर चाहे आप ऑफिस या कॉलेज में क्यों न हों। लंच करने के बाद हमारी आंखें अपने आप बंद होने लगती हैं और आलस आने लगता है। साथ ही अगर आपने लंच में पनीर की सब्जी, आलू के पराठे या दाल चावल जैसे हैवी मील लिया हो तो आपको नींद आना निश्चित है। कई लोगों को लंच करने के बाद सोना बहुत पसंद है। ऐसे में अगर आप भी लंच करने के बाद सोना पसंद करते हैं तो सावधान हो जाएं। खाना खाने के बाद दोपहर में सोने से आपके स्वास्थ पर कई तरह के प्रभाव पड़ सकते हैं।
खाना खाने के बाद दिन में सोने से क्या होता है?
इंस्टाग्राम पर आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ ऐश्वर्या संतोष ने खाना खाने के बाद दिन में सोने के नुकसान बताएं हैं। डॉ ऐश्वर्या के अनुसार खाने के बाद दिन में सोने के कुछ नियम होते हैं। खाने के बाद व्यक्ति को सोना नहीं चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार दोपहर में खाने के बाद सोते हैं तो शरीर में स्निग्धा गुण की मात्रा बढती है जिससे हमारा कफ दोष बढ़ता है। पाचन प्रक्रिया के समय कफ दोष हमारे शरीर में प्राकृतिक रूप से बढ़ता है। अगर हम सो जाते हैं तो कफ दोष खत्म हो जाता है। कफ दोष खत्म होने के बाद खाना ठीक से डाइजेस्ट नहीं होता है जिससे कई पेट संबंधी समस्या बढ़ सकती हैं।
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डॉ ऐश्वर्या के अनुसार दिन में कुछ लोगों को सोने की छूट है।
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जो लोग किसी भी तरह की मेंटल और फिजिकल एक्टिविटी से थक गए हैं वो दिन में सो सकते हैं।
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इसके साथ ही बच्चों और बूढों को दिन में सोने की सलाह दी जाती है।
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इसके साथ ही जिनका वज़न बहुत कम है या जो कुपोषित हैं उन्हें भी दिन में सोना चाहिए।
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गर्मी के मौसम में दुपहर में सोने की सलाह दी जाती है क्योंकि गर्मी में रातें छोटी होती हैं जिसके कारण आप दिन में सो सकते हैं।
दिन में ज्यादा सोने के नुकसान
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सिर दर्द होना।
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सूजन की समस्या आना।
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शरीर भारी लगना।
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पाचन कम होना।
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नाड़ियों में रुकावट आना।
खाने की कितनी देर बाद दिन में सोना चाहिए?
खाना खाने के 1-1.5 घंटे बाद ही आपको सोना चाहिए। साथ ही खाने के बाद आपको कम से कम 100 कदम चलने चाहिए। अगर आपको बहुत ज्यादा नींद आ रही है तो आप सिटिंग पोजीशन में सो सकते हैं। बैठकर सोने से आपके शरीर में कफ दोष नष्ट नहीं होगा।
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