क्या है रैट फीवर, महामारी बनता खतरनाक जानलेवा बुखार, कैसे करें बचाव...
हाल ही में केरल में भयानक बाढ़ से लोग पीड़ित थे और अब यहां Rat fever नाम का एक जानलेवा बुखार लोगों में फैल रहा है। आखिर क्या है ये 'रैट फीवर'। आइए, जानते हैं इस बीमारी के बारे में:
'रैट फीवर' एक ऐसी बीमारी है जो बैक्टीरिया से फैलती है। यह बैक्टीरिया दूषित मिट्टी, पानी और जानवरों में पाए जाते हैं। जिस दूषित मिट्टी या पानी में ये बैक्टीरिया हों और इनके संपर्क में अगर कोई आ जाए तो ये बैक्टीरिया उसे अपनी चपेट में लेते हैं। यदि किसी इंसान व जानवर की त्वचा कटी या छिली हुई हो, तो वे इसके जल्दी संपर्क में आ जाते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बाढ़ और दूसरी तरह की आपदाओं के चलते पानी और मिट्टी के इस बैक्टीरिया से दूषित होने की बहुत आशंका होती है, जिससे लैप्टोसपोरोसिस यानी रैट फीवर के फैलने की आशंका होती है।
जानवरों की पेशाब से भी यह बैक्टीरिया निकलते हैं, अगर कोई जानवर भीगी मिट्टी, घास या पौधों पर बैठा हो व उसने वहां पेशाब की हो, तब यह बैक्टीरिया उन जगहों पर जिंदा रहते हैं और जो कोई भी ऐसी जगह के संपर्क में आता है, उसे 'रैट फीवर' होने की आशंका रहती है।
किसी इंसान की त्वचा डूबने या तैरने के कारण भी इस बैक्टीरिया के संपर्क में आ सकती है। यह संक्रमण एक से दूसरे को बहुत जल्दी फैल जाता है।
यदि किसी को 'रैट-फीवर' हुआ हो तो उन लोगों में सामान्यत: ये लक्षण दिखते हैं :
1. तेज बुखार आना
2. सिरदर्द होना
3. शरीर में दर्द रहना
4. पेट में दर्द होना
5. उल्टियां होना
रैट-फीवर के बुरे प्रभाव इन अंगों पर भी पड़ते हैं :
1. किडनी
2. दिमाग (मेनिनजाइटिस जैसी जानलेवा बीमारी हो सकती है)
3. लीवर (लीवर फेल हो सकता है)
4. सांस लेने में परेशानी हो सकती है और सांस की नली से जुड़े कई अन्य रोग हो सकते हैं।
આગળનો લેખ