Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

क्या भाजपा फिर लाना चाहती है निरस्त कृषि कानून, क्या बोलीं कंगना रनौत?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
बुधवार, 25 सितम्बर 2024 (10:31 IST)
kangana ranaut : हरियाणा चुनाव से पहले कृषि कानून पर भाजपा सांसद कंगना रनौत के विवादित बयान से जहां कांग्रेस हमलावर है, वहीं भाजपा बैकफुट पर नजर आ रही है। इस बयान के बाद से सवाल उठ रहा है कि क्या भाजपा फिर कृषि कानूनों की वापसी चाहती है। हालांकि भाजपा ने इसे कंगना का निजी विचार बताया। अब खुद कंगना ने इस मामले में सफाई दी है।

भाजपा भले ही कंगना के बयान से खुद को अलग करना चाहती है लेकिन कांग्रेस इसे हरियाणा चुनाव में भुनाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। बयान को सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। ALSO READ: कृषि कानूनों पर कंगना रनौत के बयान पर बवाल, कांग्रेस हमलावर, क्या बोली भाजपा?
 
कंगना ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि कृषि कानूनों पर मेरे विचार निजी है, यह इस पर पार्टी के स्टैंड का प्रतिनिधित्व नहीं करते। इस पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि कंगना के निजी विचार बहुत हैं। उनमें बचपना बहुत है और उनके बयान से भारतीय जनता पार्टी को नुकसान होगा।
 
इससे पहले भाजपा ने कंगना रनौत की ओर से तीन कृषि कानूनों को बहाल करने की मांग वाली टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया। पार्टी  प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक बयान में कहा कि उन्हें पार्टी की ओर से इस मुद्दे पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं किया गया है। यह उनका व्यक्तिगत बयान है।
 
कंगना के बयान पर क्यों मचा बवाल : कंगना ने कहा कि जो कृषि कानून निरस्त किए गए हैं उन्हें किसानों के हित में वापस लाया जाना चाहिए। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तीनों कानून किसानों के लिए फायदेमंद थे लेकिन कुछ राज्यों में किसान समूहों के विरोध के कारण सरकार ने उन्हें वापस ले लिया। किसान देश के विकास का एक स्तंभ हैं। मैं उनसे अपील करना चाहती हूं कि वे अपने भले के लिए कानूनों को वापस लाने की मांग करें।
 
कांग्रेस ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर रनौत का एक बिना तारीख वाला वीडियो साझा किया, जिसमें वह कथित तौर पर हिंदी में कह रही हैं, 'जो कृषि कानून निरस्त किए गए हैं उन्हें वापस लाया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि यह विवादास्पद हो सकता है। किसानों के हित में कानून वापस लाए जाएं। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए, ताकि उनकी समृद्धि में कोई रुकावट नहीं रहे।'
 

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

Russia Ukraine War भयानक स्थिति में, ICBM से मचेगी तबाही, पुतिन के दांव से पस्त जेलेंस्की

IAS Saumya Jha कौन हैं, जिन्होंने बताई नरेश मीणा 'थप्पड़कांड' की हकीकत, टीना टाबी से क्यों हो रही है तुलना

जानिए 52 करोड़ में क्यों बिका दीवार पर डक्ट-टेप से चिपका केला, यह है वजह

C वोटर के एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में किसने मारी बाजी, क्या फिर महायुति की सरकार

Russia-Ukraine war : ICBM हमले पर चुप रहो, प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही रूसी प्रवक्ता को आया पुतिन का फोन

આગળનો લેખ
Show comments