अनंत चतुर्दशी व्रत में यमुना नदी, भगवान शेषनाग और भगवान श्री हरि की पूजा करने का विधान बताया जाता है। कलश को मां यमुना का स्वरूप मानते हुए उसकी स्थापना की जाती है साथ ही शेषनाग के रूप में दुर्वा रखी जाती है, कुश से निर्मित अनंत की स्थापना भी की जाती है, सूत या रेशम के धागे को भी अनंत स्वरूप मानकर रक्षासूत्र के तौर पर उसे कलाई में बांधा जाता है। अनंत चतुर्दशी पर भगवान श्री गणेश का आह्वान कर उनकी पूजा भी अवश्य करनी चाहिए।
अनंत चतुर्दशी व्रत तिथि व पूजा मुहूर्त
व्रत तिथि : 23 सितंबर 2018
अनंत चतुर्दशी पूजा मुहूर्त : 06:14 (23 सितंबर 2018) से 07:17 (24 सितंबर 2018)
चतुर्दशी तिथि आरंभ : 05:43 (23 सितंबर 2018)
चतुर्दशी तिथि समाप्त : 07:17 (24 सितंबर 2018)