मॉस्को। दुनिया के सबसे करिश्माई स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो के हैडर से किए जबरदस्त गोल के दम पर पुर्तगाल ने बुधवार को मोरक्को को ग्रुप 'बी' मुकाबले में 1-0 से हराकर फीफा विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत दर्ज की और नॉकऑउट दौर में जाने की अपनी उम्मीदों को कायम रखा।
पुर्तगाल ने स्पेन से 3-3 का ड्रॉ खेलने के बाद मोरक्को को 1-0 से हराया और अपने अंकों की संख्या चार पहुंचा दी। पुर्तगाल के टूर्नामेंट में अब तक किए गए चारों गोल रोनाल्डो के खाते से आए हैं। उन्होंने स्पेन के खिलाफ तीन गोल किए थे।
रोनाल्डो ने मैच के चौथे मिनट में ही 'हैडर' से गोल करके पुर्तगाल को जो बढ़त दिलाई, वह अंत तक कायम रही। ईरान के हाथों अपना पहला मैच आत्मघाती गोल के जरिए गंवाने वाली मोरक्को की टीम ने दूसरे हाफ में बेहतर खेल दिखाया लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उसे बराबरी का गोल नहीं मिल पाया।
मोरक्को ने कई शर्तिया मौके गंवाए और लगातार दूसरी हार झेलने के बाद उसकी नॉकऑउट राउंड में जाने की उम्मीदें समाप्त हो गई हैं। मोरक्को टूर्नामेंट से बाहर होने वाली पहली टीम बन गई है।
दुनिया के सबसे बेहतरीन स्ट्राइकर रोनाल्डो ने विश्व कप में अपने कुल गोलों की संख्या सात पहुंचा दी है। उन्होंने पिछले तीन विश्व कप में एक-एक गोल किया था। इस विश्व कप में चार गोलों के साथ ही रोनाल्डो पुर्तगाल की तरफ से एक विश्व कप में सर्वधिक गोल दागने के मामले में दूसरे नंबर पर आ गए हैं। पुर्तगाल के यूसेबिया ने 1966 के विश्व कप में नौ गोल किए थे।
मोरक्को को इस बात का गहरा अफ़सोस रहेगा कि उसने पुर्तगाल के खतरनाक स्ट्राइकर को पूरी तरह मार्क क्यों नहीं किया और दूसरे हाफ के मौकों को क्यों नहीं भुनाया। उत्तर अफ्रीकी टीम मोरक्को ने विश्व कप के लिए छह मैचों में कोई गोल खाए बिना क्वालीफाई किया था लेकिन ईरान के खिलाफ उसने इंजुरी समय में आत्मघाती गोल किया और यहां चौथे मिनट में पुर्तगाल को गोल करने का मौका दे दिया।
मोरक्को ने टूर्नामेंट में रोनाल्डो को बॉक्स में मार्क करने की रणनीति नहीं अपनाई थी, जो उस पर भारी पड़ गई। मैच के चौथे ही मिनट में जोआओ मोटिन्हो ने कॉर्नर पर शानदार क्रॉस दिया और रोनाल्डो ने खचाखच भरे बॉक्स में डाइव लगाने वाले अंदाज में शक्तिशाली हैडर लगाया, जिसे रोकने का कोई मौका गोलकीपर के पास नहीं था।
रोनाल्डो का यह 85 वां अंतरराष्ट्रीय गोल था, जिसके साथ ही वह हंगरी के फेरेंक पुस्कास के यूरोपियन रिकॉर्ड से आगे निकल गए हैं। पुर्तगाल की टीम चौथे मिनट के बाद अपनी बढ़त को दोगुना नहीं कर सकी।
20 वर्षों में पहली बार विश्व कप खेल रहे मोरक्को ने इस गोल के बाद खुद के बेहतर ढंग से संगठित किया और सकारात्मक खेल दिखाया। हाकिम जिएच और नोर्डिन अमराबात ने गेंद पर कई बार नियंत्रण बनाया, पुर्तगाल के बॉक्स में भी पहुंचे लेकिन टीम को गोल नहीं दिला पाए।
अमराबात तब बेहद नाराज नजर आए, जब राफेल गुरेरो द्वारा उन्हें गिराए जाने के बावजूद मोरक्को को पेनल्टी नहीं मिली। मोरक्को ने दूसरे हाफ में पुर्तगाल पर दबदबा बनाए रखा लेकिन पुर्तगाल के गोलकीपर रुई पैट्रिसियो ने कई शानदार बचाव कर मोरक्को को रोके रखा।