समारा। ऑस्ट्रेलिया ने एक गोल से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए मजबूत डेनमार्क को फीफा विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट के ग्रुप सी मुकाबले में गुरूवार को 1-1 के ड्रॉ पर रोक दिया। ऑस्ट्रेलिया को अपने पहले मैच में फ्रांस के खिलाफ 1-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी जबकि डेनमार्क ने पेरू के खिलाफ 1-0 की जीत के साथ तीन अंक हासिल किए थे। इस ड्रॉ से दोनों टीमों ने अंक बांट लिए।
डेनमार्क के अब दो मैचों से चार अंक हो गए हैं। ऑस्ट्रेलिया के खाते में इतने ही मैचों से एक अंक है। इस ड्रॉ के बाद डेनमार्क को वर्ष 2002 के बाद पहली बार अंतिम-16 में जगह बनाने के लिए अपने अंतिम मैच में पूर्व चैंपियन फ्रांस की कड़ी चुनौती का इन्तजार करना होगा जबकि अपने पांचवें विश्व कप में खेल रही ऑस्ट्रेलिया को अपने इतिहास में दूसरी बार अंतिम-16 के लिए क्वालीफाई करने के लिए अंतिम मैच में पेरू को हराना होगा और अन्य टीमों के परिणामों को भी देखना होगा।
ऑस्ट्रेलिया ने इस ड्रॉ से अपने लिए उम्मीदें कायम रखी हैं। डेनमार्क को भी अपना अंतिम मैच जीतना होगा तभी वह नॉकऑउट में पहुंच पाएगा जबकि ऑस्ट्रेलिया यदि आखिरी मैच में पेरू को हरा देता है तो उसके लिए उम्मीदें बन जाएंगी लेकिन फिर उसे यह उम्मीद करनी होगी कि डेनमार्क को फ्रांस से पराजय मिल जाए।
क्रिस्टियन एरिक्सन ने सातवें मिनट में गोल करके डेनमार्क को आगे किया जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 38वें मिनट में मिली पेनल्टी पर माइल जेडीनेक के गोल से बराबरी हासिल कर ली। पहला हाफ 1-1 से बराबर रहने के बाद दोनों टीमें दूसरे हाफ में कोई गोल नहीं कर सकीं और मैच ड्रॉ समाप्त हुआ।
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान जेडीनेक का विश्व कप में पेनल्टी पर यह दूसरा गोल था, जिसने उनकी टीम को अभी मुकाबले में जिंदा रखा है। इससे पहले मैच के सातवें मिनट में निकोलई जोर्गेंसन के शानदार पास पर एरिक्सन ने डेनमार्क को बढ़त दिलाई थी।
दूसरे हाफ में दोनों टीमों के पास मौके थे लेकिन वे उन्हें भुना नहीं पायी। डेनमार्क को इस ड्रॉ के लिए अपने गोलकीपर केस्पर शेमिशेल का शुक्रगुजार होना चाहिए जिन्होंने डेनियल अरजानी और मैथ्यू लेकी के अंतिम मिनटों में दो शानदार प्रयासों को बेकार कर दिया।