पणजी/ तिरुवनंतपुरम। भारत भले ही फीफा विश्व कप में नहीं खेल रहा हो लेकिन देश में फुटबॉल के प्रति जुनूनी इलाकों ने इस खूबसूरत खेल से लंबी दूरी का रिश्ता कायम रखते हुए खुद को रूस 2018 के रंग में रंग लिया है।
लंबी दूरी का रिश्ता इसलिए, क्योंकि भारत इस समय विश्व कप के करीब कहीं भी नहीं है, लेकिन फुटबॉलप्रेमियों की उत्सुकता में यह बाधा नहीं बनने वाला। क्रिकेट के दीवाने देश में फुटबॉलप्रेमियों के ये छोटे इलाके अपनी पसंदीदा टीमों का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो की पुर्तगाल टीम को गोवा का एकजुट समर्थन है लेकिन नेमार की ब्राजील और लियोनेल मैसी की अर्जेंटीना के लिए पूर्व और दक्षिण में प्रशंसक बंटे हुए हैं। पुर्तगालियों की पूर्व कॉलोनी गोवा में ब्राजील को लेकर भी काफी उत्साह है। प्रशंसकों ने ग्रामीण स्तर के खेल क्लबों में बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगा दी हैं, जो रूस में होने वाले मुकाबलों को देखने के लिए अपनी रातें यहां बिताएंगे।
गोवा फुटबॉल संघ के अध्यक्ष एलविस गोम्स ने कहा कि तटीय राज्य में विश्व कप फुटबॉल मैच देखने के लिए बड़ी स्क्रीन लगाई गई है। 1 महीने के लिए फुटबॉल का बुखार काफी तेज रहेगा।
इस तटीय क्षेत्र में जहां पुर्तगाल के झंडे लहराना आम दृश्य होगा, तो वहीं गोम्स की पसंदीदा टीम नाइजीरिया है, जो अर्जेंटीना, क्रोएशिया और आइसलैंड के साथ है।
उन्होंने कहा कि मैं छुपी रुस्तम नाइजीरिया का समर्थन कर रहा हूं। मैं चाहता हूं कि विश्व कप एक बार के लिए अफ्रीका आना चाहिए। पूर्व भारतीय कप्तान ब्रुनो कौतिन्हो ने कहा कि गोवा में माहौल विश्व कप फुटबॉल के लिए काफी गर्म है। हर प्रशंसक अपने पसंदीदा स्थल पर मैच देख रहा होगा। क्लब हाउस ने बारिश के कारण इंडोर स्क्रीन लगाई है, वे इसे खुली जगह पर नहीं लगा सकते थे।
केरल के प्रशंसकों ने उत्तरी क्षेत्र में मलाबार में फुटबॉल प्रेम को अपने पसंदीदा खिलाड़ी के कटआउट सड़कों पर लगाकर दिखा रहे हैं। मैसी सभी प्रशंसकों के पसंदीदा हैं और उनके कटआउट मल्लपुरम, कोझीकोड और कासारागोड में देखे जा सकते हैं। (भाषा)