सोल। दक्षिण कोरिया का प्रदर्शन 2014 में ब्राजील में हुए पिछले फुटबॉल विश्व कप में इतना खराब था कि घर लौटने पर नाराज प्रशंसकों ने खिलाड़ियों पर टॉफी फेंककर विरोध जताया। विश्व कप 2002 में सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीम के लिए शायद इससे बड़ा अपमान कुछ नहीं हो सकता था।
टीम इस बार प्रदर्शन में सुधार कर ऐसी स्थिति से बचना चाहेगी। तेगुक वारियर्स के नाम से पहचानी जाने वाली यह टीम 2014 विश्व कप के तीन मैचों में एक अंक के साथ पहले ही दौर में बाहर हो गई थी। टीम इस बार मुश्किल ग्रुप में है, लेकिन वे 2002 के प्रदर्शन को दोहराना चाहेंगे।
इस ग्रुप में गत विजेता जर्मनी, मैक्सिको और स्वीडन की टीमें हैं। दक्षिण कोरिया के कोच शिन ताई-योंग ने कहा, ‘मुझे लगता है अंतिम 16 में जगह बनाने के लिए हमें स्वीडन को हराना होगा।’
निजनी नोवगोरोद स्टेडियम में 18 जून को होने वाले इस मुकाबले के बारे में ताई-योंग ने कहा, ‘हमने इस विश्व कप के लिए काफी इंतजार किया है।’टीम हालांकि बोस्निया हेर्जेगोविना के खिलाफ मैत्री मैच में बुरी तरह 3-1 से हार गयी थी। इससे नाराज कोच ने कहा, ‘विश्व कप के मद्देनजर यह प्रदर्शन कहीं से उम्मीदों के मुताबिक नहीं था। हम उस दौर को पार कर चुके है जहां खराब प्रदर्शन करने के बाद माफी मांग कर अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन की बात करें। खिलाड़ियों को ज्यादा दमखम दिखाना होगा।’