ग्रुप डी से आई क्रोएशिया पहली बार विश्वकप फाइनल में पहुंची है। यह फाइनल में पहुंचने वाली सबसे कम रैंक की टीम है। टीम ने विश्वकप में उलटफेरों की झड़ी तो लगाई ही साथ ही अभी तक विश्वकप में अविजित है और किसी टीम से ड्रॉ भी नहीं किया। देखते हैं कैसा रहा क्रोएशिया का सफर।
नाईजीरिया को 2-0 से हराया
1998 के बाद पहली बार क्रोएशिया ने विश्वकप की शुरुआत जीत के साथ की। अंतिम मिनट में नाइजीरिया ने संघर्ष जरूर किया पर क्रोएशिया यह मैच आसानी से जीत गई।
अर्जेंटीना को 3-0 से हराया
इस विश्वकप में क्रोएशिया ने दूसरे मैच में ही एक बड़ा उलटफेर कर दिया। यह क्रोएशिया की किसी भी दक्षिण अमेरिकी टीम पर पहली जीत थी। इस मैच में मेस्सी गोल नहीं दाग पाए और उनकी खासी आलोचना हुई।
आईसलैंड को 2-1 से हराया
इस मैच में क्रोएशिया ने 9 बदलाव किए। यह मैच क्रोेेएशिया ने खेल के 90 मिनट में किए गए गोल से जीता। पहली बार क्रोएशिया 5 अंक के साथ ग्रुप स्टेज की टॉप टीम बना।
प्री क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क को (1-1) 3-2 से पेनल्टी शूट आउट से हराया
इस मैच के 4 मिनट में ही दोनों टीमें एक एक गोल कर चुकी थी। यह मैच अतिरिक्त समय के बाद पेनल्टी शूटआउट तक गया। गोलकीपर डेनीजेल ने 3 गोल बचाकर क्रोएशिया की जीत सुनिश्चित की।
क्वार्टर फाइनल में रशिया को 2-2 (4-3) से पेनल्टी शूट आउट से हराया
इस दिन क्रोएशिया ने रशिया को उनके घरेलू समर्थकों के आगे हराकर पूरे देश को गमगीन कर दिया। 1-2 से पीछे चल रही क्रोएशिया की टीम को गोल कर जीवन दान दिया। मामला फिर पेनल्टी शूट आउट में पहुंचा और गोलकीपर डेनीजेल की बदौलत क्रोएशिया 4-3 से जीत गई।
सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 2-1 से हराया
इस मैच में क्रोएशिया लंबे समय तक 0-1 से पीछे रही। मैच के 68 मिनट में इवान ने मैच बराबरी पर लाया। इसके बाद क्रोएशिया एक अलग टीम की तरह खेली। इवान ने ही अतिरिक्त समय के अंत में गोल दागकर क्रोएशिया को पहली बार फाइनल में पहुंचा दिया।