Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

PM मोदी को किसानों की चिंता है तो लागू करें स्‍वामीनाथन आयोग की सिफारिशें : हनुमान बेनीवाल

PM मोदी को किसानों की चिंता है तो लागू करें स्‍वामीनाथन आयोग की सिफारिशें : हनुमान बेनीवाल
, शनिवार, 12 दिसंबर 2020 (21:40 IST)
जयपुर। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन ने राजस्‍थान में भी जोर पकड़ लिया है, जहां अनेक जगह पर किसानों ने शनिवार को राजमार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया। इस बीच राजग की घटक राष्‍ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘अगर किसानों की इतनी ही चिंता है तो वे स्‍वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करें’।
आरएलपी की ओर से कोटपूतली में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए बेनीवाल ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने यह कानून लाते समय किसी से चर्चा नहीं की।
 
उन्‍होंने कहा कि जब तीनों विधेयक लाए गए तो किसी से बात नहीं की गई। हम भी राजग का हिस्सा हैं, हम भी किसान के बेटे हैं, हमसे भी बात करते कि किसानों के लिए ऐसा विधेयक ला रहे हैं। पता नहीं किसने विधेयक का मसौदा बनाया ... लाकर रख दिया और हां पक्ष जीता, हां पक्ष जीता .. विधेयक पारित कराके चल दिए।’’
 
बेनीवाल ने कहा कि इससे तो आपका भला नहीं होने वाला। अगर प्रधानमंत्री को किसान की इतनी ही चिंता है तो देश में स्वामीनाथन आयोग की रपट लागू करें।
webdunia
उन्होंने कहा कि ये तीनों विधेयक किसान विरोधी हैं। सरकार को चाहिए कि वे एक नया कानून बनाएं जिससे किसान का भला हो। अगर केंद्र सरकार अभी स्वामीनाथन आयोग की रपट लागू करने की स्थित में नहीं है तो वे समर्थन मूल्य की गारंटी दें।
इसके बाद बेनीवाल ने अपने समर्थकों के साथ राजस्‍थान-दिल्‍ली सीमा की ओर कूच करने की घोषणा की। शनिवार को राज्‍य में कोटा, गंगानगर, भरतपुर, हनुमानगढ़ व अलवर सहित अनेक जिलों में किसानों ने प्रदर्शन किया।
 
अनेक राजमार्गों टोल नाकों को बंद करवा दिया गया और वाहनों की आवाजाही नि:शुल्‍क कराई गई। पूर्व उपमुख्‍यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को अपनी हठधर्मिता त्यागकर किसानों की मांगों को जल्द पूर्ण करना चाहिए। 
पायलट ने ट्वीट किया कि हमारे अन्नदाता पिछले 17 दिन से अपने घर-परिवार व भूमि से दूर इस कोरोना संकट एवं कड़कड़ाती सर्दी में अपने अधिकारों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार की निरंकुशता के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं। भाजपा सरकार को अपनी हठधर्मिता त्यागकर किसानों की मांगों को जल्द पूर्ण करना चाहिए। (भाषा) 

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

दिल्ली चलो-2 :रविवार को जयपुर-दिल्ली हाईवे से दिल्ली के लिए कूच करेंगे किसान