नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि नए कृषि कानूनों के विरोध में आठ दिसंबर को किसान संगठनों की ओर से आहूत भारत बंद का पार्टी समर्थन करेगी और उसके कार्यकर्ता इसे सफल बनाने के लिए काम करेंगे।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने रविवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसानों के भारत बंद को सफल बनाने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता देश भर में तहसील तहसील स्तर पर काम कर इस आयोजन को सफल बनाने के लिए किसानों के साथ खड़े रहेंगे ।
उन्होंने कहा की कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है और उनके साथ होने वाले किसी भी अन्याय के खिलाफ सभी प्रदेशों के मुख्यालयों, जिला मुख्यालयों तथा तहसील मुख्यालयों पर किसानों के साथ प्रदर्शन करेंगे और भारत बंद को सफल बनाने के लिए पुरजोर प्रयास करेंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोविड-19 महामारी के बीच, जून में सरकार चोरी छिपे अध्यादेश ले आई। इतनी जल्दी किस बात की थी। जब पूरे देश का ध्यान कोविड-19 के आर्थिक, सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी प्रभावों पर था तब सरकार अपने उद्योगपति-कॉर्पोरेट मित्रों की मदद करने के लिए चोरी-छिपे अध्यादेश लाने में व्यस्त थी।
खेड़ा ने कहा कि सरकार ने किसानों को भरोसे में नहीं लिया और अब किसानों के हितों की आड़ में छिप रही है। उन्होंने कहा कि यदि आपको वाकई में किसानों के हितों की चिंता होती तो आपने इन विधेयकों को लाने से पहले उनकी सलाह ली होती।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय जनता दल, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों के अलावा कई केंद्रीय मजदूर संगठनों ने किसानों के 'भारत बंद' के आह्वान को समर्थन देने का निर्णय लिया है। तमिलनाडु में किए गए विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व द्रमुक नेता एम के स्टालिन ने किया। (वार्ता)