विश्व पर्यावरण दिवस 2023 : इस बार क्या है थीम, कैसे मनाएं यह दिन?
World Environment Day 2023
प्रतिवर्ष की तरह इस साल भी 5 जून, दिन सोमवार को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। आपको बता दें कि इस विशेष दिवस को मनाने के लिए हर वर्ष एक थीम निश्चित की जाती है। वर्ष 2022 में जहां विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ओनली वन अर्थ (Only one earth) अर्थात् 'केवल एक पृथ्वी' रखी गई थी।
इसी तरह वर्ष 2023 में विश्व पर्यावरण दिवस की थीम 'प्लास्टिक प्रदूषण का समाधान' (Solutions to Plastic Pollution) रखी गई है, जिसका उद्देश्य प्रकृति को प्लास्टिक मुक्त बनाना और पर्यावरण को बचाना है।
बदलते समय में जहां प्लास्टिक के सामानों, थैलियों का उपयोग बहुत ज्यादा हो रहा है, अत: प्लास्टिक से मुक्ति दिलाने के लिए ही इस बार की थीम रखी गई है। साथ ही इसे ऐसा भी समझा जा सकता है कि वन-जंगलों में अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर, उन्हें नया जीवन देना तथा जगह-जगह तालाब बनाकर वर्षा के पानी को संरक्षित करना है।
आइए जब जानते हैं हम कैसे मनाएं यह दिन-
1. प्रकृति से ही हम हैं, अत: इसके संरक्षण के लिए हमें वाहनों का प्रयोग कम से कम करके पैदल या साइकिल के अधिक उपयोग पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
2. प्रदूषण को जड़ से खत्म करने के लिए हमें कट रहे पेड़ों को संरक्षित करके उन्हें काटने से रोकना चाहिए तथा हर व्यक्ति को कम से दो-दो पौधे अवश्य लगाना चाहिए।
3. हमें प्रकृति सहेजने के प्रति अपना कर्तव्य निभाते हुए तालाब, वन, नदी, जंगल, पशु-पक्षी और पहाड़ों का संरक्षण करना चाहिए।
4. ग्लोबल वार्मिग ओर जलवायु परिवर्तन के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाएं।
5. कोशिश करें कि हम अपने जन्मदिन पर एक पौधा अवश्य ही लगाएंगे।
6. घर-घर में स्वच्छता अभियान बढ़ाएंगे, लेकिन पेड़-पौधों को कोई नुकसान नहीं होने देंगे।
7. वृक्षों को कटने से बचाने के लिए हमें पेड़ों से प्राप्त होने वाले पेपर, लिफाफे आदि की रीसाइक्लिंग करके दोबारा उपयोग योग्य बनाना चाहिए।
8. हमें अपने चारों ओर अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए तथा समय-समय पर उन्हें पानी, खाद देकर उनकी देखभाल करनी चाहिए।
9. रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक आदि का प्रयोग कम करते हुए घरेलू तरीके से बनी खाद का उपयोग बढ़ाना चाहिए तथा मिट्टी, जल और वायु को दूषित होने से बचाना चाहिए।
10. हमें पानी का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।
11. हमें प्लास्टिक की थैलियों पर निर्भर न रहते हुए पुराने कपड़े से बने झोले या थैलियों का उपयोग बढ़ाकर पर्यावरण के संरक्षण में हमारा योगदान देना चाहिए।
12. इसके अलावा घर के सभी सदस्यों (बच्चे, बूढ़े या जवान) को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते हुए कूड़े-कचरे को निर्धारित जगह पर फेंकने तथा पौधों का संरक्षण करने की सीख देंगे।
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