AUSvsSAआस्ट्रेलिया को भारत की आबोहवा फिलहाल रास नहीं आ रही है। मेजबान के हाथों पिटने के बाद पांच बार की विश्व कप विजेता को गुरूवार को यहां दक्षिण अफ्रीका ने 134 रन से रौंद कर लगातार दूसरी बड़ी जीत दर्ज की।ऑस्ट्रेलिया की बात की जाए तो यह 1999 के बाद पहला मौका है जब टीम लगातार 2 वनडे विश्वकप मैच हारे हो। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया 1992 के बाद से लगातार 4 वनडे विश्वकप मैच हार चुका है। 2019 के अंतिम 2 वनडे मैच भी ऑस्ट्रेलिया हारा था जिसमें पहला दक्षिण अफ्रीका से 10 रनों से और फिर इंग्लैंड से सेमीफाइनल 8 विकेट से हारे।
विजय रथ पर सवार दक्षिण अफ्रीका ने अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम पर बेखौफ बल्लेबाजी का मुजाहिरा करते हुये सात विकेट पर 311 रन बनाये और बाद में गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में भी कंगारूओं को बौना साबित करते हुये पूरी टीम को 40.5 ओवर के खेल में 177 रनों पर लुढ़का दिया।इससे पहले ऑस्ट्रेलिया भारत के खिलाफ भी 199 रनों पर ऑल आउट हो गया था।
पूरे मैच के दौरान एक बार ऐसा नहीं लगा कि 1987, 1999, 2003, 2007 और 2015 में विश्व कप जीतने वाली आस्ट्रेलिया संघर्ष की स्थिति में है। क्विंटन डीकॉक (109) और एडन मारक्रम (56) समेत अन्य दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने आस्ट्रेलिया के खतरनाक माने जाने वाले गेंदबाजी आक्रमण की बखिया उधेड़ दी और बाद में कगिसो रबाडा (33 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों ने डेविड वार्नर,स्टीव स्मिथ,मार्कस स्टॉयनिस और मिचेल मार्श जैसे अनुभवी बल्लेबाजों को सस्ते में समेट दिया।
मार्नस लाबुशेन (46) ही कुछ समय तक दक्षिण अफ्रीकी आक्रमण को झेल पाये,हालांकि मिचेल स्टार्क 27) और कप्तान पैट कमिंस (22) ने अपनी टीम के हार के अंतर को कम करने की पुरजोर कोशिश की। वार्नर 13 और स्मिथ 19 रन बना कर आउट हुये।
लुंगिसानी एनगिडी (18 रन पर एक विकेट) ने न सिर्फ खतरनाक डेविड वार्नर का विकेट निकाला बल्कि किफायती गेंदबाजी कर आस्ट्रेलिया पर दवाब बनाया। मार्को यानसन (54 रन पर दो विकेट) कुछ खर्चीले नजर आये मगर मिचेल मार्श को शुरुआती स्पेल में निपटा कर उन्होने अपनी टीम के पक्ष मेे फिंजा तो बांध ही दी थी। रबाडा ने कप्तान स्मिथ के अलावा स्टायनिस और इंग्लस के विकेट झटके।
इकाना स्टेडियम की नये सिरे से संवारी गयी पिच पर डीकॉक ने पहले कप्तान तेम्बा बवूमा (35) के साथ 108 रन की साझीदारी कर एक मजबूत बुनियाद रखी जिस पर रासी वान दर दुसें (26),एडन मारक्रम (56) और हेनरिक क्लासेन (29) ने तेज रफ्तार में खेलते हुये रनो की मीनार खड़ी कर दी। एक समय 35 ओवर में 200 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका एक विशाल स्कोर की ओर बढ़ रहा था मगर डिकॉक के आउट होने के बाद आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने रनों की रफ्तार पर अंकुश लगाया जबकि बाद में क्रीज पर पांव जमा चुके मारक्रम का विकेट पैट कमिंस ने और डेविड मिलर को मिचेल स्टार्क ने आउट कर मैच को बराबरी पर लाने की पुरजोर कोशिश की।
आखिरी के सात ओवर में दक्षिण अफ्रीका ने चार विकेट गंवाये और स्कोर में 44 रन जोड़े। डिकॉक को ग्लेन मैक्सवेल ने क्लीन बोल्ड आउट किया। डिकॉक ने एक दिवसीय करियर के 18वें शतक को आठ चौके और पांच छक्कों की मदद से पूरा किया। इससे पहले मैक्सवेल ने कप्तान बवूमा को भी डीप मिड विकेट पर खड़े डेविड वार्नर के हाथों आउट करा कर पवेलियन का रास्ता दिखाया।
इकाना की पिच पर हालांकि आस्ट्रेलिया के स्टार स्पिनर एडेन जैम्पा खास प्रभाव नहीं छोड़ सके। उन्होेने 70 रन खर्च कर रासी वान दर दुसें का विकेट झटका। पारी के अंतिम ओवर में सातवें विकेट के तौर पर मिलर मिचेल स्टार्क का शिकार बने जिसके बाद बची दो गेंदों पर नये बल्लेबाज कोई रन नहीं बना सके।