बर्मिंघम। आईसीसी विश्व कप में पटरी से उतर गई भारतीय क्रिकेट टीम मंगलवार को बांग्लादेश के खिलाफ हर हाल में जीत के साथ सेमीफाइनल का टिकट कटाने उतरेगी। भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ रविवार को इसी मैदान पर रोमांचक मुकाबले में 31 रन से हार झेलनी पड़ी थी जिससे उसकी सेमीफाइनल में स्थान पक्की करने की उम्मीदों को झटका लगा है। हालांकि 7 मैचों में 11 अंकों के साथ विराट कोहली की टीम दूसरे स्थान पर अब भी अच्छी स्थिति में है और उसे बचे हुए दोनों मैचों में से एक में जीत दर्ज करनी होगी। दूसरी ओर बांग्लादेश तालिका में छठे नंबर पर है और 7 मैचों में उसके 7 अंक हैं।
बांग्लादेश के लिए भी सेमीफाइनल की उम्मीदें बरकरार रखने के लिए बचे दोनों मैचों में हर हाल में जीत दर्ज करनी जरूरी हो गया है और यह उसके लिए 'करो या मरो' का मुकाबला होगा। बांग्लादेश जहां अगले मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ 62 रन की बड़ी जीत के बाद ऊंचे मनोबल के साथ उतरेगी वहीं भारतीय टीम पर हर हाल में जीत से सेमीफाइनल का स्थान पक्का करने का दबाव रहेगा।
एजबस्टन में ऐसे में दोनों एशियाई टीमों के बीच मुकाबला कड़ा रहने की उम्मीद की जा सकती है। हालांकि गैर आधिकारिक तौर पर मौजूदा अंकों के आधार पर भी टीम इंडिया का नॉकआउट में लगभग स्थान पक्का हो चुका है, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ जिस तरह भारतीय टीम ने संघर्ष किया उसे लेकर वह आलोचना में घिर गई है। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और केदार जाधव ने आखिरी ओवरों में जिस तरह धीमी बल्लेबाज़ी करते हुए रन बनाए उसे लेकर सवाल उठ रहे हैं, वहीं पहले पावरप्ले में भी टीम के दोनों शीर्ष बल्लेबाज़ों विराट तथा रोहित शर्मा ने तेज़ी से रन नहीं बनाए।
इस विश्व कप में यदि किसी टीम के पास जबरदस्त बल्लेबाज़ी लाइनअप और गेंदबाज़ हैं तो वह भारतीय टीम है। हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार की निराशा को पीछे छोड़ वह निश्चित ही वापसी करने का प्रयास करेगी। विराट और रोहित शीर्ष स्कोरर हैं, रोहित ने लोकेश राहुल के शून्य पर आउट होने के बाद 102 रन की शतकीय पारी खेली और दूसरे विकेट के लिए विराट के साथ 138 रन की अहम साझेदारी की थी।
इस मैच में पदार्पण करने उतरे ॠषभ पंत ने भी संक्षिप्त 29 गेंदों की पारी में 4 चौके लगाकर ताबड़तोड़ 32 रन बनाए जबकि हार्दिक पांड्या और धोनी निचले क्रम में सबसे उपयोगी रहे हैं। हालांकि दोनों के बीच साझेदारी धीमी रही थी और अब जबकि भारत को अगला मैच भी इसी मैदान पर खेलना है तो उसे बेहतर रणनीति से उतरना होगा।
उम्मीद की जा रही है कि इस मैदान पर भुवनेश्वर कुमार की वापसी हो सकती है जो डैथ ओवरों में कई बार उपयोगी रहते हैं, लेकिन मोहम्मद शमी की मौजूदा फार्म को देखते हुए उन्हें बाहर रखना नामुमकिन लग रहा है। शमी ने पिछले मैच में 5 विकेट निकाले थे जबकि स्पिनर युजवेंद्र चहल 88 रन और पांड्या 60 रन देकर महंगे साबित हुए। वहीं चाइनामैन कुलदीप यादव भी 72 रन लुटाकर एक ही विकेट ले सके थे।
ऐसे में टीम प्रबंधन किसी स्पिनर को बाहर बैठा सकता है। बांग्लादेश के लिए धीमे विकेट पर खेलना अच्छा होगा जो उनके स्पिनरों के लिए मददगार रहेगा। बांग्लादेशी टीम को अभ्यास मैच में भारत ने हराया था, लेकिन उसकी मौजूदा लय से भारत को मुश्किल हो सकती है।
महमूदुल्लाह की फिटनेस को लेकर कुछ संशय है लेकिन उनके भारत के खिलाफ खेलने की उम्मीद है। वहीं लिट्टन दास ओपनिंग में कारगर नहीं रहे हैं जबकि मध्यक्रम में सौम्य सरकार पुरानी गेंद से संघर्ष कर रहे हैं। हालांकि मुशफिकुर रहीम और ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर एक बार फिर बड़ा स्कोर करने की जिम्मेदारी रहेगी। वहीं गेंदबाजों में मशरफे मुर्तजा, अफगानिस्तान के खिलाफ 10 ओवर में 29 रन पर पांच विकेट लेने वाले स्टार शाकिब, मुस्ताफिजुर रहमान, मेहदी हसन मिराज भारतीय बल्लेबाज़ों को परेशान कर सकते हैं।