काबुल। युवा क्रिकेट राष्ट्र के रूप में अफगानिस्तान तेजी से आगे बढ़ रहा है जिसमें स्पिनर राशिद खान की भूमिका शानदार रही है और अगले स्तर पर जाने के लिए टीम को उन से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद है।
टी-20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज 20 साल का यह गेंदबाज 30 मई से इंग्लैंड में शुरू हो रहे विश्व कप में टीम का मुख्य हथियार होगा। अफगानिस्तान की टीम में 18 साल के स्पिनर मुजीब उर रहमान ने भी तेजी से पहचान बनाई है लेकिन टेस्ट, एकदिवसीय और टी-20 क्रिकेट में राशिद को टीम का सबसे महत्वपूर्ण गेंदबाज माना जाता है।
अपने 17वें जन्मदिन के बाद राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने वाला यह खिलाड़ी टी-20 रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने के साथ एकदिवसीय रैंकिंग में भी तीसरे स्थान पर है। राशिद को उनकी गेंद पर बड़े शॉट लगने का डर नहीं है इसलिए वे लगातार अंतराल पर विकेट लेने में सफल रहे हैं। उन्होंने यह क्षमता भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों में टी-20 क्रिकेट खेलकर विकसित की है।
राशिद 2017 में 16 एकदिवसीय में 43 विकेट के साथ दूसरे और 2018 में 20 मैचों में 48 विकेट के साथ साल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालो की सूची में पहले स्थान पर रहे हैं। वे हालांकि गेंद को ज्यादा टर्न नहीं करते लेकिन बल्लेबाजों के दिमाग को पढ़ने की क्षमता उन्हें विशेष बनाती है।
राशिद सबसे कम एकदिवसीय मैचों में 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 44 मैचों में यह आंकड़ा छूकर ऑस्ट्रेलिया के मिशेल स्टार्क की रिकॉर्ड को 8 मैचों के अंतर से पछाड़ा। अफगानिस्तान के कोच फिल सिमंस भी टीम में उनकी जरूरत के बारे में जानते हैं।
उन्होंने कहा कि राशिद का दिमाग 30 साल के गेंदबाज की तरह है। वह जानता है कि उससे क्या उम्मीदें हैं? पूर्व कप्तान असगर अफगान राशिद को किसी भी स्थिति में गेंदबाजी के लिए तैयार रहने वाले गेंदबाज के तौर पर जानते हैं।
उन्होंने कहा कि राशिद हमारा मुख्य गेंदबाज है और वह विश्व कप में टीम का मुख्य हथियार है, वह सही मायने में खेल को बदलने वाला है। उसे अपनी जिम्मेदारियों का एहसास है। राशिद भी विश्व कप में शानदार प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त है। हमने विश्व कप में दूसरी टीमों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। अफगानिस्तान ने अभ्यास मैच में पाकिस्तान को हराया था।
उन्होंने कहा कि आपको अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए अपने कौशल पर विश्वास करना होगा। हमने एशिया कप में जैसा खेल दिखाया, वह पूरी तरह से अलग था। उससे यह पता चलता है कि हम किसी भी टीम को शिकस्त दे सकते हैं।