शामली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद प्रवासी मजदूरों का राज्य में आना शुरू हो गया है। स्वास्थ्य विभाग की जांच के बाद शनिवार को 5 बसों में 172 प्रवासी मजदूर शामली पहुंचे हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि योगी के आदेश के बाद शामली जिले की हरियाणा के पानीपत और करनाल की सीमाओं पर बड़ी संख्या प्रवासी मजदूर जमा हो गए हैं। सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को हरियाणा राज्य परिवहन निगम की बसें लेकर सीमा पर पहुंचीं।
उन्होंने बताया कि यूपी-हरियाणा के करनाल बॉर्डर पर शामली जिले की तहसील ऊन के उपजिलाधिकारी उद्भव त्रिपाठी झिंझाना थाना पुलिस के साथ बिड़ौली चेकपोस्ट पर पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा चेकअप के बाद पहली खेप में दो बसों से 80 और कैराना यमुना ब्रिज से तीन बसों में 92 प्रवासी मजदूरों को शामली भेजा।
इसके बाद यहां से इनको सहारनपुर, मुरादाबाद तथा बदायूं जिलों के लिए रवाना किया गया है। प्रत्येक रोडवेज बस में एक सिपाही को भेजा गया है, जिससे रास्ते में कोई प्रवासी मजदूर न उतर सके, न ही कोई अनजान रास्ते से बस में सवार हो पाए। इधर, उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की 50 बसों की व्यवस्था मुख्यालय पर की गई है ताकि प्रवासी मजदूरों की संख्या बढ़ने पर किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
घर पहुंचने की खुशी मजदूरों के चेहरों पर साफ दिखाई दे रही है। दरअसल, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली आदि राज्यों में भी लॉकडाउन के चलते उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों के प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने का निर्णय प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को लिया था। शनिवार की सुबह से ही शामली जिले से लगी हरियाणा के पानीपत और करनाल जिलों की सीमाओं पर बड़ी संख्या प्रवासी मजदूर जमा हो गए। (वार्ता)