नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि जो लोग कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हैं अथवा टीके की पहली खुराक के बाद संक्रमित हुए हैं उन्हें संक्रमण से पूरी तरह उबरने के तीन महीने के बाद ही टीकाकरण कराना चाहिए।
कोविड-19 टीकाकरण, स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी है और कोई भी व्यक्ति संक्रमित होने के बाद आरटी-पीसीआर जांच में निगेटिव आने पर अथवा कोरोनावायरस निरोधक टीका लेने के 14 दिन बाद रक्तदान कर सकता है।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि कोविड-19 टीकाकरण पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह की ताजा सिफारिशों के बाद मंत्रालय ने यह निर्णय किया है और इस बारे में राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को भी सूचित कर दिया गया है। मंत्रालय ने कहा कि ये सिफारिशें कोविड-19 महामारी की उभरती स्थिति और उभरते वैश्विक वैज्ञानिक साक्ष्य और अनुभव पर आधारित हैं।
बयान के अनुसार सार्स-सीओवी—2 बीमारी से ठीक होने के बाद तीन महीने तक के लिए कोविड—19 रोधी टीकाकरण टाला जा सकता है। कोविड-19 के ऐसे मरीज जिन्हें सार्स—2 निरोधक मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज अथवा कनवेलसेंट प्लाज्मा दिया गया हो, उन्हें अस्पताल से छुट्टी दिए जाने के तीन महीने तक टीकाकरण टाल दिया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि व्यक्तिगत मामलों में, जिन लोगों को टीके की पहली खुराक मिल चुकी है और वे दूसरी खुराक लेने से पहले कोविड संक्रमित हो जाते हैं तो क्लिनिकली संक्रमण मुक्त होने के 3 महीने तक दूसरी खुराक टाल देनी चाहिए।
मंत्रालय ने कहा कि किसी भी अन्य गंभीर बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले अथवा आईसीयू में भर्ती होने वालों को कोरोनावायरस संक्रमण निरोधक टीका लेने के लिए 4 से 8 हफ्ते का इंतजार करना चाहिए। (भाषा)