नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि राजधानी में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि हालात गंभीर नहीं हैं क्योंकि लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं हो रहे हैं और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की दर कम है।
मंत्री ने गुरुवार को बताया कि बच्चों में कोविड संक्रमण के मामलों को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। कई सीरो सर्वे से यह पता चलता है कि बच्चों और वयस्कों में संक्रमण दर लगभग समान है लेकिन उनमें गंभीर रूप से बीमार पड़ने का खतरा नहीं है।
जैन ने कहा, 'दिल्ली में कोविड के मामले बढ़ गए हैं लेकिन लोग गंभीर रूप से बीमार नहीं हो रहे हैं और अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की दर कम है। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारी आबादी ने पूरी तरह से टीके की खुराक ले ली है और बड़ी संख्या में लोग पहले संक्रमित हो चुके हैं इसलिए हालात गंभीर नहीं हैं।'
जैन ने कहा कि इससे पहले जब दिल्ली में 5,000 उपचाराधीन मरीज होते थे तो 1,000 लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती थी। विभिन्न अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए 9,390 बिस्तर उपलब्ध हैं और केवल 148 बिस्तरों पर ही मरीज भर्ती हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही बुधवार को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,832 पर पहुंच गई, जबकि 11 अप्रैल को यह 601 थी। अस्पताल में भर्ती होने की दर अभी तक कम रही है और यह संक्रमण के कुल मामलों के तीन प्रतिशत से भी कम है। अस्पतालों में कोविड-19 के 129 मरीज भर्ती हैं जबकि 3,336 घर पर पृथक वास कर रहे हैं।