Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

मध्यप्रदेश में नाइट कर्फ्यू के अलावा कोई प्रतिबंध नहीं, 24 घंटे में कोरोना के 42 केस

मध्यप्रदेश में नाइट कर्फ्यू के अलावा कोई प्रतिबंध नहीं, 24 घंटे में कोरोना के 42 केस
webdunia

विकास सिंह

, मंगलवार, 28 दिसंबर 2021 (18:44 IST)
भोपाल। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि प्रदेश में फिलहाल  किसी भी प्रकार के अन्य कोई प्रतिबंध नहीं लगाए जाएंगे, पहले की तरह रात्रि कालीन कर्फ्यू 11 बजे से 5 बजे तक जारी रहेगा। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य सभी आर्थिक गतिविधियां जारी रहेगी और अन्य सभी कार्यक्रम यथावत चलते रहेंगे । बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि अनावश्यक भीड़ एकत्रित ना हो इसके प्रयास किए जाने चाहिए। वहीं लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोग सतर्क रहें, मास्क लगाए और सोशल डिस्टेनसिंग का पालन करें।
कोरोना के मामलों में तेजी-वहीं दूसरी ओर प्रदेश में कोरोना लगातार रफ्तार पकड़ रहा है। प्रदेश में एक दिन में 42 केस सामने आए है, जिसमें 27 केस अकेल इंदौर के है। वहीं भोपाल में कोरोना के 8 केस मिले है। इसके साथ प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या 300 के करीब पहुंच गई है।
15 से 18 वर्षो के बच्चों के वैक्सीनेशन की गाइडलाइन
1.15-18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों का कोविन एप/कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होगा।
2.1 जनवरी से कोविन एप / कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू होगा।
3.3 जनवरी से टीकाकरण शुरू किया जाएगा।
4.केवल को-वैक्सीन ही लगाई जाएगी।
5.रजिस्ट्रेशन के लिए कोविन एप / कोविन पोर्टल पर आधार के साथ 9 दस्तावेजों की सूची दी गई है, जिनसे रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। स्कूल का आईडी कार्ड भी होगा मान्य।
6.ऐसे लाभार्थियों को सत्यापनकर्ता/वैक्सीनेटर द्वारा ऑनसाइट भी पंजीकृत किया जा सकता है
7.अपॉइंटमेंट ऑनलाइन या ऑनसाइट (वॉक-इन) भी बुक किया जा सकता है।
8.कोविन एप / कोविन पोर्टल से ऑनलाइन स्लॉट बुक करवाने वालों को वैक्सीनेशन सेंटर पर रिफरेंस IDऔर सीक्रेट कोड की जानकारी देनी होगी, जो उन्हें रजिस्ट्रेशन करने के दौरान मिला है। 
 

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

केजरीवाल का PM मोदी को खत, डॉक्टरों को अस्पताल में होना चाहिए न कि सड़कों पर