Webdunia - Bharat's app for daily news and videos

Install App

देश में Coronavirus संक्रमण के एक दिन में 19 हजार से ज्‍यादा मामले, संक्रमितों की संख्या पहुंची 5 लाख के पार

Webdunia
सोमवार, 29 जून 2020 (23:51 IST)
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 19,459 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या सोमवार को बढ़कर साढ़े 5 लाख के करीब पहुंच गई, हालांकि बीमारी से ठीक होने की दर और सुधरकर 58.67 प्रतिशत पर पहुंच गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,48,318 हो गई जबकि 380 और लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 16,475 पर पहुंच गया। यह लगातार छठा दिन है जब कोरोनावायरस संक्रमण के 15 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं। देश में एक जून के बाद 3,57,783 मामले सामने आ चुके हैं।

मंत्रालय द्वारा अद्यतन आंकड़ों के अनुसार अभी 2,10,120 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि 3,21,722 लोग उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं एक मरीज देश से बाहर चला गया है। कुल पुष्ट मामलों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।

मंत्रालय ने कहा कि सोमवार को संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों और इलाज करा रहे लोगों के बीच अंतर 1,11,602 था और ठीक होने की दर 58.67 प्रतिशत है। रविवार से कुल 12,010 मरीज इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं।


मंत्रालय ने कहा कि राज्यों और केंद्रशासित क्षेत्रों के साथ मिलकर सरकार द्वारा बीमारी की रोकथाम और प्रबंधन के लिए उठाए गए क्रमिक और सक्रिय कदमों का उत्साहजनक परिणाम मिला है। भारत में अब 1,047 प्रयोगशालाएं हैं जिनमें से 760 सरकारी और 287 निजी प्रयोगशालाएं हैं।

रविवार से 11 और प्रयोगशालाएं जांच के काम में जुड़ गई हैं जिनका संचालन सरकार द्वारा किया जा रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 28 जून तक 83,98,362 लोगों की जांच की गई है, जिनमें से 1,70,560 लोगों की रविवार को जांच की गई थी।

इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय रक्त संचरण परिषद (एनबीटीसी) ने नए दिशानिर्देशों में कहा कि कोविड-19 से ठीक हो चुके मरीज का खून उसके अस्पताल से छुट्टी होने या घर पर पृथक-वास के पूरा होने के 28 दिन बाद लिया जा सकता है।

यह रक्त संचरण के लिए एनबीटीसी द्वारा जारी दूसरा अंतरिम राष्ट्रीय दिशानिर्देश है। इससे पहले उसने मार्च में एक दिशानिर्देश जारी किया था। उन्होंने कहा कि घर पर पृथक-वास खत्म होने का दिशानिर्देश मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जारी दिशानिर्देश के मुताबिक होगा।

आंकड़ों के अनुसार जान गंवाने वाले 380 लोगों में से 156 लोग महाराष्ट्र के, 65 दिल्ली के, 54 तमिलनाडु के, 19 गुजरात के, 16 कर्नाटक के, 12 आंध्र प्रदेश के, 11 उत्तर प्रदेश के, 10 पश्चिम बंगाल के, 8 राजस्थान के और सात लोग मध्य प्रदेश के हैं।

वहीं हरियाणा और पंजाब के पांच-पांच, तेलंगाना के चार, ओडिशा के तीन, वहीं जम्मू्-कश्मीर, असम, गोवा, उत्तराखंड और बिहार के एक-एक व्यक्ति की जान गई है। अभी तक हुई 16,475 लोगों की मौत के मामलों में महाराष्ट्र में सबसे अधिक 7,429 लोगों ने जान गंवाई है।

इसके बाद दिल्ली में 2,623, गुजरात में 1,808, तमिलनाडु में 1,079, उत्तर प्रदेश में 660 पश्चिम बंगाल में 639, मध्य प्रदेश में 557, राजस्थान में 399 और तेलंगाना में 247 लोगों की मौत हुई। हरियाणा में कोविड-19 से 223, कर्नाटक में 207, आंध्र प्रदेश में 169, पंजाब में 133, जम्मू कश्मीर में 94, बिहार में 60, उत्तराखंड में 38, केरल में 22 और ओडिशा में 21 लोगों ने जान गंवाई।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार छत्तीसगढ़ में इस महामारी से 13, झारखंड में 12, पुडुचेरी और असम में 10-10, हिमाचल प्रदेश में नौ, चंडीगढ़ में छह, गोवा में तीन और मेघालय, त्रिपुरा, लद्दाख तथा अरुणाचल प्रदेश में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। उसने बताया कि जान गंवाने वाले 70 प्रतिशत लोगों को पहले से ही कोई बीमारी थी।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

मराठवाड़ा में महायुति की 46 में से 40 सीटें, क्या फेल हो गया मनोज जरांगे फैक्टर

संभल मामले में अखिलेश यादव का बड़ा बयान, हिंसा के लिए इन्‍हें ठहराया जिम्मेदार

LIVE: राज्‍यपाल से मिले हेमंत सोरेन, पेश किया सरकार बनाने का दावा

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, सरकार ने सभी दलों से की यह अपील

આગળનો લેખ
Show comments