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उद्धव बोले- महाराष्ट्र में मंडरा रहा कोरोना की दूसरी लहर का खतरा, लेकिन कुछ पार्टियां विरोध-प्रदर्शन में जुटीं

उद्धव बोले- महाराष्ट्र में मंडरा रहा कोरोना की दूसरी लहर का खतरा, लेकिन कुछ पार्टियां विरोध-प्रदर्शन में जुटीं
, मंगलवार, 24 नवंबर 2020 (23:50 IST)
मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) ने राज्य पर कोविड-19 की दूसरी लहर का खतरा मंडराने के बीच कुछ राजनीतिक दलों द्वारा सड़कों पर प्रदर्शन कर जीवन को जोखिम में डालने की आलोचना की और कहा कि ऐसे मुश्किल भरे हालात में उन्हें राजनीति नहीं करनी चाहिए।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस में ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री या गृहमंत्री अमित शाह को सर्वदलीय बैठक बुलाकर हालात की गंभीरता से उन्हें अवगत कराना चाहिए।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को उन 8 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर कोविड-19 की ताजा स्थिति की समीक्षा की जहां हाल के दिनों में संक्रमण के मामलों में तेजी आई है।
 
ठाकरे ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन उनकी टिप्पणी महाराष्ट्र भाजपा द्वारा राज्य में मंदिरों को खोलने और बढ़े हुए बिजली बिलों के समाधान को लेकर किए जा रहे प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में आई है।
 
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री को बताया कि कोविड-19 का टीका उपलब्ध होने के बाद राज्य में उसके वितरण का कामकाज देखने के लिए और टीकाकरण अभियान किस तरह चलाना है, इस बारे में विचार-विमर्श करने के लिए एक कार्यबल का गठन किया गया है।
 
उन्होंने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर आ रही है और हम केन्द्र के दिशा-निर्देशों के तहत एहतियात बरतते हुए सामान्य जीवन की ओर लौट रहे हैं।
आधिकारिक वक्तव्य के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में ठाकरे ने कहा कि कुछ पार्टियां नियमों का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर प्रदर्शन कर लोगों के जीवन से खेल रही हैं। उन्हें हालात के बारे में बताया जाना चाहिए और उनसे राजनीति बंद करने को कहना चाहिए।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक ओर सरकार लोगों से मास्क पहनने, दो गज की दूरी बनाए रखने को कह रही है और दूसरी ओर राजनीतिक दल सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कोविड-19 के खिलाफ हमारे सभी प्रयासों को विफल कर देगा।
 
ठाकरे ने कहा कि कुछ महीने पहले तक महाराष्ट्र देश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य था, रोजाना 24,000 से ज्यादा नए मामले आ रहे थे, लेकिन अब हालात सुधरे हैं।  मुख्यमंत्री ने कहा कि अब संख्या कम होकर 4,700 से 5,000 के बीच आ गई है।
 
ठाकरे के कहा कि हालांकि रोज आने वाले नए मामलों में कमी आई है, लेकिन राज्य सरकार ने लोगों से एहतियात बरतने और लापरवाही नहीं करने को कहा है।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में टीके के वितरण एवं टीकाकरण का काम देखने के लिए एक कार्यबल गठित किया गया है। कोरोनावायरस के टीके के विकास पर नजर रखने के लिए सरकार सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अदार पूनावाला के सतत संपर्क में है।
 
पूनावाला सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ हैं, इस संस्थान ने कोविड-19 के ऑक्सफोर्ड द्वारा विकसित टीके के उत्पादन के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी की है। उन्होंने कहा कि कार्यबल टीके की उपलब्धता, उसके साइड इफेक्टस, कीमत और वितरण जैसे पहलुओं पर चर्चा करेगा।
ठाकरे ने कहा कि उनकी सरकार के ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ स्लोगन को लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और वह संक्रमण को फैलने से रोकने में मददगार साबित हो रही है। (भाषा)

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