बेंगलुरु। कर्नाटक में 7 जून को समाप्त होने वाले लॉकडाउन को 14 जून तक बढ़ा दिया गया, जबकि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार को 500 करोड़ रुपए के दूसरे राहत पैकेज की घोषणा की। राहत उन वर्गों के लिए है, जो पिछले 1250 करोड़ रुपए के पैकेज में छूट गए थे।
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन को एक सप्ताह बढ़ाकर 14 जून तक करने की घोषणा की। येदियुरप्पा ने कहा, कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए हमने पहले 24 मई से 7 जून तक कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की थी। हालांकि संक्रमण कम हो गया है, लेकिन बीमारी का प्रसार अभी भी जारी है।
उन्होंने कहा, विशेषज्ञों की सिफारिश के बाद प्रतिबंधों को 14 जून की सुबह तक बढ़ाने का फैसला किया गया है। प्रतिबंध 27 अप्रैल से प्रभावी हैं लेकिन 10 मई से मुख्यमंत्री ने 24 मई की सुबह तक बंद की घोषणा की थी।हालांकि बाद में इसे बढ़ाकर सात जून तक कर दिया गया था।
500 करोड़ रुपए के दूसरे कोविड राहत पैकेज में शिक्षकों, 'आशा' और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, मछुआरों, फिल्म उद्योग के कर्मियों, मंदिर के पुजारियों, मस्जिदों में मुअज्जिन और पावरलूम कर्मियों को सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत पैकेज से 62.50 लाख से अधिक लोगों को लाभ होगा। येदियुरप्पा के अनुसार, डेयरी व्यवसाय में लगे लोगों की आजीविका को बनाए रखने के लिए दूध खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए हैं, जो मांग में कमी आने से प्रभावित हुए हैं।
गैर सहायता प्राप्त निजी स्कूलों में काम करने वाले शिक्षकों को 5000-5000 रुपए मिलेंगे, जिस पर राज्य के खजाने से 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे।(भाषा)