नई दिल्ली। केंद्र ने शनिवार को राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से कोरोनावायरस (Coronavirus) टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने और 20 फरवरी से पहले कम से कम एक बार सभी स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाने का आग्रह किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि टीकाकरण अभियान की शुरूआत होने के दिन 16 जनवरी को जिन लाभार्थियों को टीके की पहली खुराक दी गई थी, उन्हें 13 फरवरी तक दूसरी खुराक मिल जाए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि प्रत्येक टीकाकरण सत्र में टीकाकरण की औसत संख्या को बेहतर करने की काफी गुंजाइश मौजूद है। बयान में कहा गया है, राज्य स्वास्थ्य सचिवों को टीकाकरण की औसत संख्या में प्रतिदिन होने वाले उतार-चढ़ाव (लाभार्थियों की संख्या में) का विश्लेषण करने और उन्हें बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है।
बयान में कहा गया है, राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी गई है कि को-विन डिजिटल मंच पर पंजीकरण करा चुके लोंगों का शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। उन्हें जिन स्वास्थ्य संस्थानों में संभव हो, वहां साथ-साथ टीकाकरण सत्र आयोजित करने को कहा गया है। हर राज्य/केंद्र शसित प्रदेश को इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य विशेष रणनीति बनाने की सलाह दी गई है।
बयान में कहा गया है कि राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को यह सलाह भी दी गई है कि वे राज्य, जिला और प्रखंड कार्य बल की नियमित बैठक सुनिश्चित करें, ताकि उभरती चुनौतियों का आकलन किया जा सके, जमीनी मुद्दों को समझा जा सके और उनका उपयुक्त स्तर पर फौरन समाधान किया जा सके।
मंत्रालय ने कहा, प्रत्येक राज्य/ केंद्र शासित प्रदेश को सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 20 फरवरी से पहले टीके की कम से कम एक खुराक देने के लिए कार्यक्रम निर्धारित करना चाहिए। इसी तरह, अग्रिम मोर्चे के सभी कर्मियों को छह मार्च से पहले टीके की कम से कम पहली खुराक देने के लिए कार्यक्रम तय किए जाएं तथा उसके बाद दूसरी खुराक के लिए कार्यक्रम तैयार किए जाएं। स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि को-विन 2.0 प्रारूप जल्द ही जारी किया जाएगा।(भाषा)