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देश में कोरोनावायरस के डरावने आंकड़े आए सामने, AIIMS के निदेशक गुलेरिया ने बताया कारण क्यों आ रहा है मामलों में उछाल

देश में कोरोनावायरस के डरावने आंकड़े आए सामने, AIIMS के निदेशक गुलेरिया ने बताया कारण क्यों आ रहा है मामलों में उछाल
, रविवार, 21 मार्च 2021 (17:52 IST)
नई दिल्ली। देश में रविवार को कोविड-19 के इस साल के अब तक के सर्वाधिक दैनिक नए मामले आए हैं, जिसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देशभर में आए कुल नए कोविड-19 मामलों में से 83.14 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और मध्यप्रदेश से हैं।
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महाराष्ट्र में सबसे अधिक 27,126 नए मामले आए हैं। इसके बाद पंजाब में 2,578 जबकि केरल में 2,078 नए मामले सामने आए। कर्नाटक, गुजरात और मध्यप्रदेश में एक दिन में संक्रमण के क्रमश: 1,798, 1,565 और 1,308 नए मामले आए। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस के 43,846 नए मामले आए, जो इस साल अब तक की सबसे बड़ी दैनिक वृद्धि है, जिससे देश में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 1,15,99,130 ​​तक पहुंच गए। मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा देशभर में 24 घंटे में 197 मौतें हुईं, जिनमें से 86.8 प्रतिशत मौतें 6 राज्यों में हुई हैं।
 
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 92 लोगों की मौत हुई। पंजाब में 38 और केरल में 15 लोगों की मौत हुईं। दिल्ली में शनिवार को इस साल पहली बार कोरोना वायरस के 800 से अधिक मामले सामने आए, जबकि दो और लोगों ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया। 
दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, कोरोनावायरस बीमारी (कोविड-19) के उपचाराधीन मरीजों की संख्या एक दिन पहले 3,165 थी जो अगले दिन बढ़कर 3,409 हो गई। संक्रमण दर दो महीने के बाद एक प्रतिशत के आँकड़े को पार कर गई।
 
मंत्रालय के अनुसार, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, मध्यप्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, गुजरात और हरियाणा में हर दिन नए मामले बढ़ रहे हैं। भारत में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या 3,09,087 है, जो कुल मामलों का 2.66 प्रतिशत है। बीते 24 घंटे की अवधि में कुल उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 20,693 की वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों के अनुसार, मामलों में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण यह है कि लोगों को लगता है कि महामारी खत्म हो गई है और वे कोविड- मानकों का पालन नहीं कर रहे हैं। 
 
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि मामलों में वृद्धि के कई कारण हैं, लेकिन मुख्य कारण यह है कि लोगों के रवैए में बदलाव आया है और उन्हें लगता है कि कोरोना वायरस खत्म हो गया है। लोगों को अभी भी कुछ और समय के लिए गैर जरूरी यात्रा से बचना चाहिए। 
 
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल ने इस वायरस से मुक्त रहने के लिए कहा कि कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन, नियंत्रण रणनीति, स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे के दृष्टिकोण से तत्परता के साथ-साथ टीकाकरण महामारी से लड़ने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अधिकारियों ने कहा कि टीकाकरण की गति में तेजी लाने पर भी जोर दिया गया है। भारत में रविवार तक ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 1,11,30,288 हो गई। 
 
सत्रह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 24 घंटे की अवधि में कोविड-19 से किसी मौत की सूचना नहीं है। ये राज्य हैं- राजस्थान, असम, गोवा, उत्तराखंड, ओडिशा, झारखंड, लक्षद्वीप, सिक्किम, पुडुचेरी, दमन एवं दीव और दादरा एवं नागर हवेली, नगालैंड, त्रिपुरा, लद्दाख, मणिपुर, मिजोरम, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह और अरुणाचल प्रदेश। इसके अलावा, रविवार की सुबह सात बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार, देश में 7,25,138 सत्रों में टीके की 4.4 करोड़ (4,46,03,841) खुराक लगाई जा चुकी हैं।
 
राजस्थान में नाइट कर्फ्यू :  बढ़ते मामलों को देखते हुए राजस्थान सरकार ने कहा कि 22 मार्च से रात 10 बजे के बाद राज्य के सभी नगर निकाय क्षेत्र में बाजार बंद रहेंगे। अजमेर, भीलवाड़ा, जयपुर, जोधपुर कोटा उदयपुर, सागवाड़ा एवं कुशलगढ़ में रात 11 से प्रातः 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगेगा। 25 मार्च से राजस्थान में बाहर से आने वाले सभी यात्रियों के लिए 72 घंटे के भीतर की आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी। प्राथमिक स्कूल आगामी आदेश तक बंद रहेंगे। (इनपुट भाषा)

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