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गुजरात में 1 दिन में रिकॉर्ड 7410 नए मामले, श्मशानों में देर रात तक हो रहे हैं अंतिम संस्कार

गुजरात में 1 दिन में रिकॉर्ड 7410 नए मामले, श्मशानों में देर रात तक हो रहे हैं अंतिम संस्कार
, गुरुवार, 15 अप्रैल 2021 (00:43 IST)
अहमदाबाद। गुजरात में एक दिन में कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 संक्रमण के सबसे ज्यादा 7410 नए मामले सामने आए हैं, जबकि पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 73 मरीजों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को बताया कि गुजरात में अभी तक कुल 3,67,616 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जबकि संक्रमण से 4995 लोगों की मौत हुई है।

विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 25 लोगों की मौत अहमदाबाद जिले में हुई है, वहीं राजकोट में नौ, वड़ोदरा में सात, साबरकांठा और जूनागढ़ में दो-दो तथा अमरेली, दांग और गांधीनगर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। राज्य में फिलहाल 39,250 लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं राज्य में अहमदाबाद में सबसे ज्यादा 2,491 नए मामले सामने आए हैं।

अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार : गुजरात में बीते एक सप्ताह से श्‍मशानों में भारी भीड़ देखने को मिल रही है, जिसके चलते कोविड-19 या अन्य रोगों के कारण जान गंवाने वाले लोगों के संबंधियों को उनके अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि हिंदू धर्म में आमतौर पर सूरज ढलने के बाद अंतिम संस्कार नहीं किया जाता, लेकिन इन दिनों श्‍मशानों में शवों की भारी संख्या के चलते लोगों को रात में भी अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है। सूरत शहर के उमरा इलाके के एक श्‍मशान में दो दिन पहले रात के समय एक साथ 25 शवों का लकड़ियों से बनी चिताओं पर अंतिम संस्कार किया गया।

वडोदरा में भी श्‍मशानों में भीड़ बढ़ने के कारण लोगों को रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। वडोदरा नगर निगम की स्थाई समिति के अध्यक्ष हितेन्द्र पटेल ने यह जानकारी दी। हालात से निपटने और इंतजार के घंटे कम करने के लिए अधिकारियों ने कुछ श्‍मशानों में लोहे की चिताओं का भी इंतजाम किया है। साथ ही जिन श्‍मशानों में अंतिम संस्कार नहीं किया जा रहा था, उन्हें भी खोल दिया गया है।

अहमदाबाद शहर में कुछ मृतकों के परिजनों ने दावा किया कि उन्हें श्‍मशान में आठ घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा। यहां दो मुख्य श्‍मशानों वाडाज और दुधेश्वर में बीते कुछ दिन में भारी भीड़ देखने को मिली है।वाडाज श्‍मशान में मंगलवार को अपने संबंधी के अंतिम संस्कार के लिए कतार में खड़े एक व्यक्ति ने कहा कि सुबह आठ बजे से दोपहर तक सात शव लाए जा चुके हैं।
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उसने कहा कि हमें अपनी बारी की प्रतीक्षा करनी पड़ी। हम अपने संबंधी के अंतिम संस्कार के लिए सुबह जल्दी आ गए थे, जिसके चलते शाम को हमारी बारी आ सकी। अहमदाबाद के दुधेश्वर इलाके के श्‍मशान में भी लोग ऐसी ही समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
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कोविड-19 से जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के संबंधी जयदीप सिंह परमार ने कहा कि पहले तो उन्हें शव को श्‍मशान लाने के लिए एंबुलेंस का इंतजार करना पड़ा और उसके बाद अंतिम संस्कार के लिए आठ घंटे तक प्रतीक्षा करनी पड़ी।

उन्होंने कहा, एक व्यक्ति को औसतन आठ से नौ घंटे प्रतीक्षा करनी पड़ रही है।इस समस्या के समाधान के लिए वडोदरा नगर निगम ने हाल ही में और अधिक शवों के अंतिम संस्कार के लिए धातु की बनी 35 नई चिताएं लगाई हैं। नगर निकाय की स्थाई समिति के प्रमुख हितेन्द्र पटेल ने यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा, पहले हमने कोविड-19 से जान गंवाने वालों के अंतिम संस्कार के लिए वडोदरा शहर में चार श्‍मशानों को अनुमति दी थी। भीड़ को देखते हुए हमने दो दिन पहले आठ अन्य श्‍मशानों को भी अनुमति दे दी।(भाषा)

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