नई दिल्ली। देश के संघीय आतंकवाद निरोधक कमांडो बल नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के एक वरिष्ठ कमांडर की कोरोनावायरस संक्रमण से (Coronavirus) मौत हो गई। एनएसजी में यह इस संक्रमण से पहली मौत है जिसे लेकर अधिकारियों ने वरिष्ठ कमांडर को विशिष्ट उपचार उपलब्ध कराने में देरी का आरोप लगाया है।
अधिकारियों ने बताया कि ग्रुप कमांडर (समन्वय) बी के झा के कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद उन्हें ग्रेटर नोएडा के सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज (सीएपीएफ) अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने कल सुबह अंतिम सांस ली। वह 53 साल के थे।
अधिकारियों के अनुसार पिछली रात उनकी स्थिति बहुत तेजी से बिगड़ी और चूंकि सीएफपीएफ अस्पताल में वेंटिलेटर आईसीयू काम नहीं कर रहा था तो उन्हें बाईपेप प्रणाली पर रखा गया। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने सुझाव दिया कि उन्हें आईसीयू बेड की जरूरत है और फिर किसी अन्य अस्पताल में आईसीयू बेड की तलाश शुरू की गई।
एक एनएसजी अधिकारी ने कहा, काफी देर तक तलाश के बाद नोएडा के एक निजी अस्पताल में एक वेंटिलेटर बेड मिला, लेकिन उन्हें ले जाने के लिए कार्डियक एंबुलेंस का इंतजाम करने में फिर देरी हो गई। एनएसजी से कार्डियक एंबुलेंस पहुंची लेकिन इसी बीच उन्हें दिल का दौरा पड़ा और वे चल बसे।
दिल्ली में मंगलवार को संक्रमण से 338 मौतें हुई थी, जबकि सोमवार को अब तक सर्वाधिक 448 मौतें हुईं थी। रविवार को 407, शनिवार को 412, शुक्रवार को 375, गुरुवार को 395, पिछले बुधवार को 368 और पिछले मंगलवार को 381 और पिछले सोमवार को 380 व पिछले रविवार को 350 मरीजों की संक्रमण से मौत हुई थी।
दिल्ली में मंगलवार को संक्रमण के 19,953 मामले सामने आए थे, जबकि सोमवार को कोविड-19 के 18,043 नए मामले सामने आए थे जो 15 अप्रैल के बाद दैनिक मामलों की सबसे कम संख्या थी। राजधानी में रविवार को कोरोनावायरस के संक्रमण के 20,394, शनिवार को 25,219, शुक्रवार को 27,047, गुरुवार को 24,235, बुधवार को 25,986, पिछले मंगलवार को 24,149 और पिछले सोमवार को 20,201और पिछले रविवार को 22,933 नए मामले सामने आए थे।
सरकार ने कहा कि पिछले 10 दिनों में कोविड-19 संक्रमण दर में रोज लगभग एक फीसदी की कमी आई है। बयान में कहा गया इस अवधि के दौरान दिल्ली सरकार ने न केवल जांच की संख्या बढ़ाई, बल्कि लगातार काम करते हुए प्रदेशभर में बिस्तरों की संख्या में भी वृद्धि की। साथ ही कहा, सरकार टीकाकरण अभियान को भी तेजी से बढ़ा रही है, जो कि आने वाले दिनों में संक्रमण दर में कमी लाने में मददगार साबित होगा।
उधर, आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक राघव चड्ढा ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को अब तक सबसे ज्यादा 555 टन ऑक्सीजन मंगलवार को मिली। इस बीच, शहर के अस्पताल कोरोनावायरस के मामलों में जबर्दस्त बढ़ोतरी के बीच जीवनरक्षक गैस की आपूर्ति की कमी से जूझ रहे हैं।
गिरी संक्रमण की दर : सरकार ने एक बयान में कहा, महज 10 दिन में ही दिल्ली की कोविड-19 संक्रमण दर में नौ फीसदी की कमी आई है। 26 अप्रैल को दिल्ली में संक्रमण दर 35 फीसदी थी जो पांच मई को घटकर करीब 26 फीसदी पर आ गई।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को संक्रमण की दर 29.56 प्रतिशत थी, जबकि रविवार को यह 28.33 थी। इससे पहले शनिवार को 31.6 प्रतिशत, शुक्रवार को 32.7 प्रतिशत, गुरुवार को 32.8 प्रतिशत और पिछले बुधवार को यह 31.8 प्रतिशत थी, जबकि पिछले मंगलवार को 32.7 फीसदी और पिछले सोमवार को 35 फीसदी थी।गौरतलब है कि 22 अप्रैल को कोरोना संक्रमण की दर बढ़कर 36.2 प्रतिशत हो गई थी।(भाषा)