Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia

Corona की नई दवाएं विकसित करने में लगी है डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, कुछ ही महीनों में बाजार में होंगी उपलब्ध

Corona की नई दवाएं विकसित करने में लगी है डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, कुछ ही महीनों में बाजार में होंगी उपलब्ध
, रविवार, 23 मई 2021 (17:22 IST)
नई दिल्ली। दिग्गज दवा निर्माता डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए नए विकल्पों पर तेजी से काम कर रही है जो कुछ माह में बाजार में आ जाएंगे। कंपनी के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि कंपनी अगले कुछ महीनों में नए विकल्पों को सामने लाएगी। इस दौरान पहले से इस्तेमाल हो रही दवाओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाएगी।

कंपनी ने पिछले कुछ दिनों में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन समेत कई अन्य संगठनों के साथ भागीदारी की है। उसने रुस के सहयोग से वहां विकसित कोरोना की स्पूतनिक वी वैक्सीन को भारतीय बाजार में उतारा है।
ALSO READ: Coronavirus Vaccination : कोरोना वैक्सीन से पहले और बाद में बिल्कुल न करें ये 7 काम
डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के सह अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक जीवी प्रसाद ने कहा कि हम हरसंभव तरीके से कोविड मरीजों की तत्परता के साथ सेवा करने की भावना से प्रेरित हैं। कोविड से बचाव और उपचार के नए विकल्पों को तलाशने के लिए हमने कई संगठनों के साथ हाथ भी मिलाया है।
ALSO READ: Coronavirus Live : दिल्ली के अस्पतालों में ब्लैंक फंगस के 197 मामले
उन्होंने कहा कि डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज ने पिछले कुछ सप्ताहों में कई दवाओं समेत रेमडेसिविर के उत्पादन को बढ़ाया है, ताकि एकदम से बढ़ी मांग को पूरा किया जा सके। प्रसाद ने कहा, हम कोविड उपचार के नए विकल्पों पर भी काम कर रहे हैं, जो अगले कुछ महीने के दौरान बाजार में आ जाएंगे।
ALSO READ: Coronavirus महामारी के दौर के 10 सबक, आपने नहीं सीखे क्या?
इस दौरान हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि हमारी मौजूदा दवाओं की आपूर्ति बिना किसी बाधा के सुचारु रूप से जारी रहे। हम अपने सभी बाजारों के लिए मांग को पूरा करने का काम जारी रखे हुए हैं। वहीं स्पूतनिक वी के साथ समझौते को लेकर डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के सीईओ इरेज़ इजरायली ने कहा कि हमारे पास शुरुआत की 25 करोड़ स्पूतनिक वी डोज का अधिकार है जो 12.5 करोड़ लोगों को लगाई जाएगी।

शुरू में वैक्सीन रूस से ही आयात की जाएगी। छह निर्माताओं के साथ साझेदारी भी की गई है, ताकि वैक्सीन को भारत में ही बनाया जा सके।(भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia gujarati

આગળનો લેખ

CBSE परीक्षा : शिक्षा मंत्री बोले- छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा जरूरी, राज्यों से मांगे सुझाव