अहमदाबाद। गुजरात में सूरत (Surat) शहर अहमदाबाद के बाद अगले कोविड-19 (Covid-19) हॉटस्पॉट (Hotspot) के रूप में उभर रहा है। सूरत में पिछले दो हफ्ते से संक्रमण के मामलों में काफी वृद्धि हुई है। शहर में अब तक कोरोना वायरस के 5,000 से अधिक मामले सामने आ चुके है।
स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गुजरात की प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि पिछले तीन दिनों से सूरत में हैं ताकि वायरस को रोकने के तरीके खोजे जा सकें।
गुरुवार को सूरत में मीडिया को संबोधित करते हुए रवि ने कोविड-19 प्रसार को नियंत्रित करने के लिए प्रसार श्रृंखला को तोड़ने पर जोर दिया और शहर में संक्रमण को कम करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने का आश्वासन दिया।
19 जून को सूरत में सिर्फ 93 मामले सामने आए थे जबकि अहमदाबाद में उस दिन संक्रमण के 312 नए मामले आए थे। एक हफ्ते बाद 25 जून को सूरत में 152 नए मामले सामने आए थे जबकि अहमदाबाद शहर में उस दिन 225 मामले आए थे।
27 जून को जब गुजरात में एक दिन में पहली बार 600 से अधिक नए मामले सामने आए तो उसमें सूरत से 174 मामले थे जबकि अहमदाबाद शहर में 197 मामले आए थे।
मामलों में क्रमिक वृद्धि जारी रही और 30 जून को पहली बार सूरत शहर का आंकड़ा अहमदाबाद से आगे निकल गया।
30 जून को राज्यभर में दर्ज 620 मामलों में से 183 सूरत शहर से सामने आए जबकि अहमदाबाद शहर से 182 मामले आए। 1 जुलाई को सूरत में संक्रमण के 180 नए मामले आए और अहमदाबाद में 208 मामले आए।
ये आँकड़े यह दर्शाते हैं कि अहमदाबाद में कोविड-19 की स्थिति में सुधार हो रहा है जबकि हीरों के शहर सूरत में इसकी स्थिति बिगड़ रही है।
सूरत में मामलों में तेज वृद्धि के मुख्य कारणों में से एक हीरा कारखानों के माध्यम से संक्रमण का फैलना हो सकता है, जो जून की शुरुआत में अनलॉक- 1 की घोषणा के बाद खोले गए थे।
सूरत नगर निगम आयुक्त बंछानिधि पाणि ने कहा कि अब तक सूरत में लगभग 570 हीरा श्रमिकों और उनके परिजनों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।
नगर निगम ने कोविड-19 प्रसार को रोकने के लिए 30 जून से एक सप्ताह के लिए हीरा कारखानों को बंद करने का आदेश दिया है। सूरत जिले में अब तक कोरोना वायरस के 5,030 मामले आए हैं और 163 मौतें हुई हैं। (भाषा)