मैड्रिड। दुनिया में किसी भी महिला के लिए मां बनना जिंदगी का सबसे हसीन क्षण होता है...कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर की गर्भवती महिलाएं एक तरह से अग्निपरीक्षा के दौर से गुजर रही है...
यह संकटकाल उन महिलाओं के सामने भी है, जिन्होंने हाल ही में मातृत्व सुख प्राप्त किया है। इन्ही महिलाओं में से एक स्पेन की वेनसा भी हैं, जिन्होंने पूरे 10 दिन बाद अपने बेटे को गोद में लिया है।
10 दिन पहले वेनेसा को प्रसव पीड़ा हुई और उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। चूंकि वेनसा का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था, लिहाजा डॉक्टर्स विशेष सतर्कता बरत रहे थे।
वेनेसा ने 7 पौंड के बच्चे ओलिवर को जन्म दिया लेकिन वे खुद कोरोना संक्रमण से लड़ रही हैं, लिहाजा अस्पताल प्रबंधन ने बच्चे को उसकी मां से अलग कर दिया और उसे इनक्यूबेटर में डाल दिया गया और अन्य सभी शिशुओं से दूर रखा गया। वेनेसा बच्चे को जन्म देने के बाद पहला दूध तक नहीं पिला सकीं...
10 दिनों में वेनेसा की हालत में सुधार हुआ और वह बार-बार अपने बच्चे को देखने के लिए गुहार लगाती रही है। आखिरकार डॉक्टर्स ने मां और बच्चे की हालत का परीक्षण करके वेनेसा की गोद में बच्चे को दे दिया।
यह क्षण इतना भावुक था कि वेनेसा की आंखें ही नहीं बल्कि वहां खड़ी नर्स की आंखें भी भीग गई। ओलिवर भी मां गोद में आते ही ऐसी गहरी नींद में सो गया, मानों वह इस नींद को 10 दिनों से तलाश कर रहा था।
सनद रहे कि दुनिया के शक्तिशाली देशों में शुमार स्पेन इस वक्त कोरोना वायरस के खिलाफ जबरदस्त लड़ाई लड़ रहा है। शुक्रवार को ऐसा लगातार दूसरी बार हुआ कि यहां पर कोरोना के कारण 900 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
कोराना ने स्पेन में पिछले 24 घंटों में 932 लोगों की मौत हो गई। देश में अभी तक इस संक्रमण से 10 हजार 935 लोगों की मौत हो चुकी है और 1 लाख 17 हजार 710 लोग संक्रमित हो चुके हैं।